अन्नदाता के खौफ में राजस्थान सरकार, विधानसभा आ रहे किसानों को रोकने में जुटी पुलिस
- रामगोपाल जाट
संपूर्ण कर्जमाफी की मांग को लेकर जयपुर की तरफ बढ़ रहे अन्नदाता से राज्य सरकार खौफ में आ गई है। भारतीय किसान सभा का आज विधानसभा कूच का कार्यक्रम है, जिसको देखते हुए राजधानी को आने वाले सभी नेशनल, स्टेट और लोकल मार्ग पुलिस ने सील कर दिया गया है। अब तक 100 से ज्यादा किसानों को पकड़ा गया है। राजधानी में भाजपा मुख्यालय के बाहर से गुजर रहे एक दर्जन से ज्यादा किसानों को हिरासत में लेकर शिप्रापथ थाने ले गई।
अमराराम, पैमाराम, मंगलसिंह सहित 64 किसानों को जेल भेजा जा चुका है। गंगानगर के हेतराम बेनीवाल, शिदान सिंह, शिवदान गिल, भंवरलाल ढाका लाला सिंह खर्रा समेत कुल 85 से अधिक किसान नेताओं को पुलिस ने अपनी गिरफ्त में लिया है। जयपुर में प्रवेश करने के लिए अजमेर, सीकर, दिल्ली, आगरा, टोंक से आने वाले राष्ट्रीय राजमार्गों पर पुलिस बल तैनात है।
दूसरी ओर, किसानों ने सीकर को आज भी बंद करने का ऐलान जारी रखा है। सीकर शहर के बाहर जयपुर-बीकानेर बाइपास पर पुलिस का बड़ा जाप्ता तैनात है। यहीं पर किसानों के सबसे बड़े जत्थे के एकत्रित होने की सूचना है। सीकर से आने वाले टोल नाके पर करीब 3000 हजार किसानों को रोक दिया गया। इसी तरह से नागौर के रास्ते आने वाले किसानों के जत्थे में शामिल करीब 2000 किसानों को रोकने की जानकारी है। किसान 12, 15 और 17 फरवरी से आज विधानसभा पर सम्पूर्ण कर्जमाफी को लेकर कूच कर रहे हैं।
राज्य में अलर्ट जारी
जयपुर कूच कर रहे भारतीय किसान सभा के पदाधिकारियों को पकड़ने का क्रम जारी है। कोटा, नागौर, अजमेर, टोंक जिलों से बसों और जीपों में बैठकर किसानों के राजधानी की तरफ आने का क्रम जारी है। किसान सभा ने आह्वान किया है कि यदि किसानों को एक साथ नहीं आने दिया जा रहा है तो वे एक-एक कर जयपुर पहुंचे। किसानों की रणनीति से अनभिज्ञा पुलिस सड़कों पर जाप्ता लगाकर बैठी रही। हालांकि, पुलिस ने बसों और दूसरे वाहनों को रोककर चैकिंग की और किसान दिखने वाले लोगों से कड़ाई से पूछताछ भी की गई।
ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक ध्यान
एसपी ऑफिस ग्रामीण के मुताबिक 20 से ज्यादा अधिकारियों और 300 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। ग्रामीण इलाकों में 9 जगह पर पुलिस प्वाइंट पहचान कर किसानों को रोकने के लिए बल तैनात किया गया है। हालांकि, सीकर, नागौर, झुन्झुनूं में एसपी के साथ जिला कलेक्टरों को मौके पर नियंत्रण के लिए सख्त निर्देश हैं।