रामगढ़ मॉब लिंचिंग के दोषी की करंट लगने से मौत
झारखंड के रामगढ़ जिले के मॉब लिंचिंग में आजीवन कारावास की सजा पाए सिकंदर राम की शुक्रवार को करंट लगने से मौत हो गई। पिछले साल 29 जून को बीफ ले जाने के शक में अलीमुद्दीन अंसारी की भीड़ ने हत्या कर दी थी। इस मामले में 11 लोगों को दोषी ठहराया गया और उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी।
पुलिस के अनुसार सिकंदर राम की मौत उस वक्त हो गई जब बाजार जाने के क्रम में वह बिजली की तार की चपेट में आ गया। यह हादसा रामगढ़ थाना के बाजार टांड़ इलाके में हुआ। रामगढ़ थाना के प्रभारी राजेश कुमार ने बताया कि घटना स्थल पर बिजली का नंगा तार खंभे से टूटकर गिरा हुआ था। सिकंदर इसी की चपेट आ गया और उसका मौके पर ही निधन हो गया। बाद में पुलिस ने उसके शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
रामगढ़ के फास्ट ट्रैक कोर्ट ने अलीमुद्दीन की हत्या का मुकदमा चला था। इसके बाद मार्च में इस मामले में 11 लोगों को आजीवन कारावास की सजा दी गई थी। 29 मार्च को इनमें से आठ को झारखंड हाइकोर्ट ने जमानत दे दी थी। इनमें सिकंदर राम भी शामिल था। बाद में दो और दोषियों को भी जमानत मिल गई थी। अभी दीपक मिश्र नाम का दोषी ही जेल में है।
गौरतलब है कि 29 जून 2017 को रामगढ़ में भीड़ ने मांस व्यापारी अलीमुद्दीन अंसारी की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. अलीमुद्दीन अपनी वैन से मांस लेकर आ रहा था। वैन में बीफ होने के शक में कुछ लोगों ने उसे पकड़ लिया था। उन लोगों ने पहले उसकी गाड़ी को आग लगाई और फिर अलीमुद्दीन को मौत के घाट उतार दिया।