सीबीआई ने ठुकराई रवि की मौत की जांच
कर्नाटक के आईएएस अधिकारी की संदिग्ध मौत के मामले में सीबीआई ने राज्य का आग्रह ठुकराते हुए कहा है कि, जांच में राज्य शर्तें नहीं लगा सकती न ही वह जांच की कोई समय सीमा निर्धारित कर सकता है। ऐसा केवल उच्च न्यायालय या सुप्रीम कोर्ट ही कर सकते हैं।
पहले रिपोर्ट थी कि रवि ने पारिवारिक जीवन से त्रस्त आत्महत्या की है। पुलिस ने उनके व्हॉट्स ऐप के संदेशों की जांच कर पाया था कि वह अपनी सहकर्मी के प्रेम में थे। उनके एक संदेश में रवि ने लिखा था, ‘मेरी मौत की खबर सुनों तो मुझे आकर जरूर देखना। हो सकता है हम किसी और जन्म में मिलें।’
पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, उनकी महिला सहकर्मी और उनके पति रवि को समझाने की कोशिश कर रहे थे कि वह इस एकतरफा प्यार से बाज आएं और उनके जीवन से चले जाएं।
लेकिन रवि एक इमानदार अधिकारी थे और रेत खनन माफिया उनकी सख्ती से उनके पीछे पड़ा हुआ था। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार, ‘उन्हें लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं।’ इस मामले ने बहुत तूल पकड़ा और सरकार ने चौतरफा दबाव के चलते यह जांच सीबीआई को सौंपी थी। विधानसभा में इस मसले पर सिद्धरमैया ने कहा था, ‘किसी की भी मृत्यु पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए। विपक्ष ने इस मौत को तमाशा बना दिया है। मैंने तय किया है कि हम जांच को सीबीआई को सौंप रहे हैं।’
डीके रवि का मृत शरीर 16 मार्च को बेंगलूरु के फ्लैट में सीलिंग फैन से लटका हुआ मिला था। प्राथमिक तथ्यों के आधार पर इसे आत्महत्या का मामला ही माना गया था।