16 दिन 16 खुदकुशी, मध्य प्रदेश में कर्ज से परेशान एक और किसान ने दी जान
गुलई ने साहूकार के कर्ज से परेशान होकर मौत को गले लगाया। पुलिस को एक सुसाइड नोट भी मिला है। सुसाइट नोट में कर्ज से परेशान होने की बात लिखी है।
गौर तलब है कि छतरपुर के पहाड़िया गांव के महेश तिवारी नाम के किसान ने भी जान दे दी है। जानकारी के मुताबिक महेश की चने की फसल बर्बाद हो गई, जिसके बाद उन्होंने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। 19 जून को भी दो किसानों ने आत्महत्या कर ली थी।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश के मंदसौर में हाल ही में किसानों ने कर्ज माफी, कृषि उपज की कीमतों और अन्य मांगों पर चर्चा की थी। 6 जून को मंदसौर जिले में पुलिस की गोलीबारी में पांच किसानों की मौत के बाद राज्य के विभिन्न हिस्सों में कई तरह के विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे। 8 जून से राज्य में कुल 16 किसानों ने खुदकुशी कर ली है। सागर से पहले धार, सीहोर, होशंगाबाद, रायसेन और विदिशा जिलों से खुदकुशी की घटनाएं सामने आईं हैं।