बिहार उपचुनाव में सीट बंटवारे के लिए कांग्रेस-आरजेडी ने निकाला फॉर्मूला
बिहार में अगले महीने तीन सीटों पर होने वाले उपचुनाव में तालमेल को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और कांग्रेस में सहमति बन गई है। दोनों पार्टियों ने कहा है कि राज्य में आगामी उपचुनावों को संयुक्त रूप से लड़ने के लिए एक फार्मूले को अंतिम रूप दिया गया है।
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव और प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी ने संवाददाताओं से कहा कि आरजेडी अररिया लोकसभा और जहानाबाद विधानसभा सीटों के लिए उम्मीदवार उतारेगा। जबकि कांग्रेस भभुआ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेगी।
11 मार्च को होंगे उपचुनाव
इन सीटों के प्रतिनिधियों के निधन के कारण चुनाव अनिवार्य हो गया था। उपचुनाव 11 मार्च को होंगे। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 20 फरवरी है। अररिया और जहानाबाद सीटों पर जहां आरजेडी का कब्जा था। वहीं, भभुआ सीट बीजेपी के पास थी। जुलाई 2017 में महागठबंधन टूटने के बाद यह उपचुनाव राज्य में बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम होगा। महागठबंधन टूटने के बाद जेडीयू नेता और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में बीजेपी के साथ मिलकर सरकार का गठन किया था। इसके बाद आरजेडी और कांग्रेस मुख्य विपक्षी दल के तौर पर रह गए।
उपचुनाव में सीटों को लेकर बनी दोनों पार्टियों की सहमति के बाद तेजस्वी यादव और कादरी ने गठबंधन में दरार की बातों से इनकार किया। पीटीआइ के मुताबिक, तेजस्वी ने संवाददाताओं से कहा, 'किसी भी चरण में हमारे गठबंधन में तनाव नहीं रहा, जबकि विपक्षी दलों ने इस तरह की अफवाह उड़ाई। हम संयुक्त रूप से उपचुनाव लड़ेंगे और आरजेडी अररिया लोकसभा सीट और जहानाबाद विधानसभा सीट पर उम्मीदवार उतारेगी। कांग्रेस भभुआ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेगी।'
तेजस्वी ने कहा कि पार्टी ने अररिया से सरफराज आलम को और जहानाबाद से सूदे यादव को उम्मीदवार बनाने का फैसला किया है। पिछले सप्ताह जेडीयू छोड़कर आरजेडी में शामिल हुए आलम, मोहम्मद तसलीमुद्दीन के बेटे हैं, जिनके निधन के कारण लोकसभा उपचुनाव अनिवार्य हो गया। सूदे यादव, मुंद्रिका यादव के बेटे हैं जिनके निधन के कारण जहानाबाद की सीट खाली हुई है।
वहीं, प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष कादरी ने कहा कि भभुआ विधानसभा सीट के लिए कांग्रेस अपने उम्मीदवार की घोषणा बाद में करेगी। कादरी ने कहा, दोनों सीटों पर प्रभावी जीत दर्ज करने के लिए कांग्रेस आरजेडी का सहयोग करेगी और भभुआ में अपने लंबे समय के सहयोगी के साथ जीत दर्ज करेगी। एनडीए में जेडीयू, बीजेपी, रालोसपा और एचएएम शामिल हैं, जिन्होंने उपचुनावों के लिए अभी तक सीट बंटवारे का फॉर्मूला और उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है।