पीएम के पहुंचने से पहले रॉक गार्डन निर्माता के बेटे को बाहर किया
नेकचंद के बेटे अनुज सैनी ने कहा कि उनको राॅक गार्डन से बाहर जाने के लिए कहा गया, हालांकि उनके पास चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से जारी प्रवेश कार्ड भी था। यह घटना प्रधानमंत्री के दिन में करीब ढाई बजे पहुंचने से करीब 10 मिनट पहले की है।
सैनी ने कहा, मैं राॅक गार्डन के भीतर खड़ा था जहां प्रधानमंत्री मोदी फ्रांसीसी राष्ट्रपति की अगवानी करने वाले थे। मेरा पास उचित आधिकारिक अनुमति थी। परंतु प्रधानमंत्री के पहुंचने से 10 मिनट पहले उनके सुरक्षा अधिकारी एआईजी बलवान सिंह ने उनसे कहा कि उन्हें वहां खड़े नहीं रहना है कि क्योंकि पीएमओ से कोई आदेश नहीं है। उन्होंने कहा कि वह मौके से चले गए क्योंकि उन्होंने अपमानित महसूस किया।
नेकचंद इस मशहूर राॅक गार्डन के शिल्पकार थे। 90 साल के नेकचंद का पिछले साल जून में दिल का दौरा पड़ने के बाद निधन हो गया था। नेकचंद के अथक प्ररिश्रम से बने राॅक गार्डन का उद्घाटन 1976 में किया गया। देश और विदेश के ढाई लाख से अधिक लोग हर साल इस गार्डन को देखने आते हैं जिससे सालाना करीब 1.8 करोड़ रूपये का राजस्व मिलता है। राॅक गार्डन 1980 के दशक में उस वक्त खासा मशहूर हुआ जब 1983 में नेकचंद को पद्मश्री मिला तथा इस गार्डन की कलाकृतियां भारतीय डाक टिकट पर दिखीं।