सपा का हौसला कायम, फिर से दिल जीतने की तैयारी
इस नए नारे से समाजवादी पार्टी ने जनता से साफ कर किया है कि उनकी हिम्मत अभी टूटी नहीं है। वह फिर यूपी की जनता का दिल अपने काम से जीतने की तैयारी में है।
स्लोगन से साफ है कि चुनावी हार के बाद भी अखिलेश पार्टी के सर्वेसर्वा बने रहना चाहते हैं और मुलायम और उनके करीबियों को फिर भी बड़ी और सक्रिय भूमिका मिलने की संभावना काफी कम है।
विधानसभा चुनाव के दौरान भी यह स्लोगन समाजवादी पार्टी के पोस्टरों में नजर आया था, पर अब इसे आधिकारिक तौर पर अपना लिया गया है। अखिलेश की नजर अब 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव पर है और उसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने अभी से यह दिखाना शुरू कर दिया है कि पार्टी उन्हीं के हाथों में रहेगी। पार्टी के नए चुनावी स्लोगन में अखिलेश की यह मंशा साफ नजर आ रही है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले सपा में काफी कलह हो गई थी। इस कलह के बाद प्रदेश में बड़ी जीत हासिल करने के लिए समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस से हाथ मिला लिया। लेकिन कांग्रेस से गठबंधन कर भी पार्टी को फायदा नहीं हुआ। विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 403 सीटों में से पूर्ण बहुमत पाकर 325 सीटों से जीत दर्ज की।