11 September 2016
मध्य प्रदेश में शिक्षा मंत्री के क्षेत्र में झोपड़ी में चल रहे स्कूल
आठ साल हो गए लेकिन अभी तक स्कूल भवन नहीं बना। मंत्री शाह कभी यहां आए ही नहीं, इसलिए अफसरों ने भी ध्यान नहीं दिया। शिक्षक झोले में स्कूल का रिकॉर्ड लेकर आते हैं और पढ़ाकर चले जाते हैं। न पानी और न शौचालय। सर्द हवा, धूप की तेज तपन और बारिश में स्कूल लगने का सवाल ही खड़ा नहीं होता। यहां पदस्थ तीनों शिक्षक प्रधान पाठक बंशीलाल सावनेर सेल्दा, शिक्षक किशोर उइके सुरगांव बंजारी तथा महेश हिरे खिरकिया से अप-डाउन करते हैं।
डीपीसी, खंडवा आरके सेन ने कहा कि वनग्राम मोरूद से दो किमी के दायरे में कोई दूसरा स्कूल नहीं है। इसलिए अभी तक युक्तियुक्तकरण नहीं हो सका। जिन स्कूलों में कम बच्चे हैं, उन्हें सितंबर अंत तक पास के स्कूलों में मर्ज कर दिया जाएगा।