शामली: शुगर मिल में गैस रिसाव होने से 300 से ज्यादा बच्चों की हालत बिगड़ी
उत्तर प्रदेश के शामली में मंगलवार को शुगर मिल में गैस रिसाव की होने के कारण तीन सौ से अधिक बच्चे बेहोश हो गए। वहीं, बच्चों को पेट, गले और आंख में जलन की शिकायत के बाद 30 बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
यह हादसा उस दौरान हुआ जब शुगर मिल के कचरे को नष्ट करने के लिए डाले गए केमिकल से गैस का रिसाव हुआ। कैमिकल गैस का रिसाव होने से मिल के नजदीक स्थित सरस्वती स्कूल के तीन सौ से ज्यादा बच्चे बेहोश हो गए। बीमार बच्चों में लगभग 30 बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
175 बच्चों को किया गया डिस्चार्ज
स्टेट कंट्रोल रूम की पुष्टि के अनुसार, बीमार बच्चों में से 175 बच्चों को प्राथमिक चिकित्सा के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है जबकि अभी भी 23 बच्चे अस्पताल में भर्ती हैं।
तीन सौ से ज्यादा बच्चों की हालत बिगड़ी
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, शामली में बुढ़ाना रोड पर स्थित शुगर मिल में गैस रिसाव होने से सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल के तीन सौ से ज्यादा बच्चों की हालत बिगड़ने लगी। लोगों ने बताया कि स्कूल के पास ही शामली शुगर मिल का बायोगैस प्लांट है। इस शुगर मिल के लोगों ने सड़क के किनारे केमिकल फेंक दिया, जिसके कारण बच्चों की हालत बिगड़ने लगी।
जांच में जुटे अधिकारी
इस हादसे में बच्चों की हालत बिगड़ने के बाद डॉक्टर ने कहा कि किसी भी बच्चे की हालत गंभीर नहीं है। प्रशासन, पुलिस व शिक्षा विभाग के अधिकारी पूरे मामले की जांच कर रहे हैं।
#Visuals Shamli: 300 students of Saraswati school ill due to use of chemical at a sugar mill nearby; doctor says no child is seriously ill. pic.twitter.com/I0HzrBIqgv
— ANI UP (@ANINewsUP) October 10, 2017
'बच्चों को हर संभव मदद उपलब्ध कराई जाए'
इस घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कमिश्नर सहारनपुर, डीएम और सभी स्थानीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रभावित बच्चों को हर संभव मदद उपलब्ध कराई जाए।
गुस्साए अभिभावकों ने लगाया आरोप
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुगर मिल से कौन सी गैस रिसाव हुई और कितना नुकसान हुआ इसका आंकलन किया जा रहा है। इस हादसे के बाद गुस्साए अभिभावकों व अन्य लोगों ने शुगर मिल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। आरोप लगाया कि मिल अधिकारियों से कई बार यहां से निकलने वाले दूषित पानी और केमिकल के बारे में विरोध जताया पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। प्रदूषण नियंत्रण विभाग की टीम शुगर मिल पहुंच चुकी है।