गोहत्या की अफवाह: ट्रक हमले में घायल खलासी की मौत, कश्मीर बंद
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि खलासी जाहिद के अंतिम संस्कार से पहले दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग और बिजबहेड़ा पुलिस थाना इलाकों में लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाया गया है। बम हमले में गंभीर रूप से झुलसे जाहिद ने नौ दिन तक जीवन के लिए संघर्ष करने के बाद दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में कल दम तोड़ दिया था। करीब 74 प्रतिशत झुलसने के बाद जाहिद को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसने रविवार सुबह साढ़े ग्यारह बजे अंतिम सांस ली। ट्रक ड्राइवर शौकत अहमद को भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जाहिद की मौत की सूचना उसके पैतृक गांव बातेनगू पहुंचते ही आसपास के क्षेत्राें और श्रीनगर के कई इलाकों में प्रदर्शनकारियों एवं पुलिस कर्मियों के बीच हिंसक झड़प हुईं। पुलिस को स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बल का प्रयोग करना पड़ा। लेकिन किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। श्रीनगर के छह पुलिस थाना इलाकों में प्रतिबंध लगाए गए हैं जहां जाहिद की मौत के बाद कल विरोध प्रदर्शन हुए थे। कट्टरपंथी हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी और जेकेडीएफपी नेता शब्बीर अहमद शाह समेत कई अलगाववादी नेताओं को नजरबंद रखा गया है। अलगाववादी हुर्रियत कांफ्रेंस के दोनों धड़ों ने घाटी में बंद का आवाह्न किया है। एक कश्मीरी पंडित संगठन, कश्मीरी पंडित संघर्ष समिति, कश्मीर हाई कोर्ट बार एसोसिएशन, व्यापरियों के संगठनों और परिवहन संघ ने बंद को समर्थन दिया है।
अनंतनाग निवासी जाहिद उस ट्रक पर सवार था जिस पर 9 अक्टूबर की रात भीड़ ने पेट्रोल बमों से हमला किया। इलाके में तीन गायों को मारे जाने की अफवाह थी, जिससे गुस्साई भीड़ के निशाने पर यह ट्रक आ गया। हालांकि, अधिकारियों के मुताबिक, जांच में पता चला है कि उन गायों की मौत फूड प्वाइज़निंग से हुई थी और सांप्रदायिक तनाव बनाने के मकसद से उनकी हत्या की अफवाह फैलाई गई। इस मामले में गिरफ्तार नौ में से पांचों आरोपियों पर कड़े प्रावधान वाला जन सुरक्षा कानून लगाया गया है।
राज्य सरकार के एक विमान के जरिए जाहिद का शव कल शाम दिल्ली से लाया गया और उसे अंतिम संस्कार के लिए उसके पैतृक गांव ले जाया गया। सत्तारूढ़ पीडीपी प्रमुख और अनंतनाग की सांसद महबूबा मुफ्ती, राज्य के वित्त मंत्री हसीब ए द्राबू और कानून मंत्री बशारत बुखारी शव को लेने के लिए श्रीनगर हवाई अड्डे पर मौजूद थे। कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस घटना को लेकर भाजपा और उसके सहयोगियों पर हमला बोला है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से सवाल किया कि जाहिद अहमद की मौत के लिए कौन जिम्मेदार है। अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, 'माननीय प्रधानमंत्री ने दादरी के लिए अखिलेश यादव और यूपी सरकार को जिम्मेदार ठहराया। जाहिद की मौत के लिए किस पर दोष मढ़ा जाए।
<blockquote class="twitter-tweet" lang="en"><p lang="en" dir="ltr">The Hon PM passed the buck on to <a href="https://twitter.com/yadavakhilesh">@yadavakhilesh</a> & the UP Govt for <a href="https://twitter.com/hashtag/Dadri?src=hash">#Dadri</a>. Who will he blame for <a href="https://twitter.com/hashtag/Zahid?src=hash">#Zahid</a>'s death now???</p>— Omar Abdullah (@abdullah_omar) <a href="https://twitter.com/abdullah_omar/status/655644560995979268">October 18, 2015</a></blockquote>
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