यौन उत्पीड़न केस वापस लेने के लिए पीएचडी का लालच
नई दिल्ली। पीड़ित छात्रा के साथ हुई बातचीत के ऑडियो टेप की बात सामने आने के बाद कॉलेज में हडकंप मच गया। शुक्रवार को प्रिंसिपल के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए सैकड़ों छात्र कॉलेज परिसर में जमा हो गए। पीड़ित छात्रा ने प्रिंसिपल थंपू पर आरोप लगाया है कि वह प्रोफेसर सतीश कुमार को बचाने की कोशिश कर रहे हैं और उस पर शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया गया था। अपने आरोपों के सबूत के तौर पर छात्रा ने प्रिंसिपल थंपू और आरोपी प्रोफेसर के साथ हुई बातचीत के टेप पुलिस को सौंपे हैं।
आराेप हैं कि यौन उत्पीड़न का मामला वापस लेने के लिए प्रिसिंपल थंपू ने छात्रा को प्रलोभन देने की कोशिश की थी और कहा था कि अगर वह शिकायत वापस लेती है तो उसकी पीएचडी समय पर पूरा करवा दी जाएगी। थंपू नेयहां तक कहा कि अगर वह शिकायत वापस नहीं लेती तो इससे परेशानी पैदा होगी और मीडिया में बात जाएगी। छात्रा ने थंपू के साथ चार बार हुई बातचीत को रिकॉर्ड कर लिया था। मिली जानकारी के अनुसार, एक टेप में प्रोफेसर सतीश कुमार भी छात्रा की पीएचडी लिखने का प्रलोभन देते हुए सुनाई दे रहे हैं। हालांकि, अभी कानूनी तौर पर इन ऑडियो टेपों की प्रमाणिकता साबित होनी बाकी है, लेकिन टेप सामने आने से यह विवाद और गहरा गया है।
उधर, सेंट स्टीफेंस कॉलेज के प्रिसिंपल थंपू ने दावा किया था कि पीड़ित छात्रा पर किसी भी तरह का दबाव नहीं डाला गया। इस बीच, आरोपी प्रोफेसर सतीश कुमार की गिरफ्तारी पर दिल्ली हाईकोर्ट ने 17 अगस्त तक रोक लगा दी है। न्यायमूर्ति इंदरमीत कौर ने कुमार की याचिका पर दिल्ली पुलिस को नोटिस भी जारी किया है। पुलिस को सुनवाई की अगली तारीख से पहले मामले की जांच में हुई प्रगति की रिपोर्ट देने को कहा गया है।