पाठ्यपुस्तकों की कमी, कम्युनिस्ट नेता ने याद दिलाया कुरान का सूरा
इससे पहले इस मुद्दे पर बहस पर शिक्षामंत्री ने सभी स्कूलों में 20 जुलाई तक पाठ्यपुस्तकों की वितरण प्रक्रिया पूरी करने का वादा किया था। लेकिन अभी भी कई स्कूल ऐसे हैं जहां किताबें नहीं पहुंची हैं। आर राजेश ने इसी मुद्दे को उठाते हुए शिक्षामंत्री को याद दिलाया कि उनकी दी गई निर्धारित 20 तारीख बीत गई है। अभी भी शिक्षा विभाग पाठ्यपुस्तकों का वितरण करने में विफल रहा है।
राजेश ने मुकद्दस कुरान के एक सूरा का हवाला दिया जिसमें लोगों से पढ़ो और सीखो का आह्वान किया गया है। उन्होंने कहा कि केरल के स्कूली छात्रों को इस हक से वंचित किया गया है।
माकपा विधायक ने कहा कि राज्य में स्कूलों के खुलने के दो महीने बाद छात्रों को अब भी पाठ्यपुस्तकें वितरित नहीं की गईं। राजेश ने मंत्री को याद दिलाया कि कुरान ने सिर्फ जकात (दान) देने की शिक्षा नहीं दी है, बल्कि वादा निभाने की भी शिक्षा दी है।
रब ने विपक्ष के हमले का जवाब देते हुए कहा कि इस मामले में सरकार के तरफ से कोई कोताही नहीं बरती गई। उन्होंने राजेश पर चुटकी लेते हुए कहा कि उन्हें खुशी है कि किसी कम्युनिस्ट ने कुरान पढ़ी है।
उन्होंने इन आरोपों का खंडन किया कि किताबों के प्रकाशन में जानबूझ कर देर की गई है ताकि निजी क्षेत्र को फायदा हो। उन्होंने कहा कि पाठ्यक्रम में परिवर्तन और केबीपीएस के कुछ तकनीकी मुद्दों की वजह कर देर हुई है। अब सिर्फ एक लाख पाठ्यपुस्तकों का वितरण करना बाकी है।