विवेक तिवारी मर्डर: आरोपी सिपाही ने कहा- गोली गलती से चली, दर्ज हो मेरी भी एफआईआर
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एप्पल कंपनी के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी हत्या मामले में आरोपी सिपाही प्रशांत चौधरी ने अपनी एफआईआर भी दर्ज करने की मांग की है। प्रशांत का कहना है कि उसने विवेक पर गोली नहीं चलाई। गोली गलती से चल गई। प्रशांत ने कहा, ‘उसने (विवेक तिवारी) मुझे मारने के इरादे से अपनी कार से टक्कर मारी। मैं मांग करता हूं कि मेरी एफआईआर भी दर्ज की जाए। कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि हमारा केस दर्ज न किया जाए। क्या हमारे जीवन की कोई कीमत नहीं है?’
शुक्रवार रात लखनऊ के गोमती नगर इलाके में एक पुलिस सिपाही ने विवेक तिवारी को गोली मार दी, जिससे उनकी मौत हो गई। घटना रात करीब डेढ़ बजे की है। पुलिस ने दो आरोपी सिपाही संदीप और प्रशांत चौधरी को गिरफ्तार कर लिया है और उन्हें बर्खास्त कर दिया गया है। यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं और कहा है कि जरूरत पड़ने पर सीबीआई जांच करवाई जाएगी। उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर ने सीबीआई जांच की मांग करते हुए कहा कि परिवार वालों की मांग जायज है।
मृतक की पत्नी ने उठाए सवाल, की मुआवजे की मांग
मृतक विवेक तिवारी की पत्नी कल्पना तिवारी ने पुलिस प्रशासन की थ्योरी पर सवाल उठाए हैं और इंसाफ की मांग की है। उन्होंने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई है कि वह उनके घर आएं और उनसे बात करें। साथ ही पुलिस पर कड़ी कार्रवाई की जाए। पत्नी का आरोप है, ‘उसके पति को जानबूझकर गोली मारी गई है। अगर उसने कोई खराब काम किया था तो उसे पकड़ना चाहिए था न कि उसे गोली मार देनी चाहिए थी। यह हादसा नहीं है। पुलिस ने विवेक की हत्या की। वे अपनी गलती छिपाने के लिए बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं।‘ कल्पना तिवारी ने मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। साथ ही एक करोड़ रुपये का मुआवजा और पुलिस विभाग में नौकरी देने की मांग भी की है।
जरूरी हुआ तो होगी सीबीआई जांचः सीएम योगी आदित्यनाथ
वहीं, सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘यह एनकाउंटर नहीं था। मामले में जांच की जा रही है। पहली नजर में जो दोषी थे, उसको गिरफ्तार किया जा चुका गया है। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। जरूरी हुआ तो सीबीआई जांच कराएंगे।‘
गोमतीनगर पुलिस नहीं करेगी मामले की जांच
यूपी के मंत्री आशुतोष टंडन ने कहा, दोबारा एफआईआर लिखने के आदेश दिए गए हैं। गोमती नगर पुलिस मामले की जांच नहीं करेगी। कोई दूसरा थाना जांच करेगा। डीएम लखनऊ ने मजिस्टेरियल जांच के आदेश दे दिए हैं। मैंने एसआईटी गठन करने के लिए कहा है। यह अपराध है। इसमें शामिल पुलिसवालों को गिरफ्तार कर लिया गया है और बर्खास्त कर दिया गया है।
दोषी को मिलेगी सख्त सजा: केशव मौर्य
इस मामले पर डिप्टी सीएम केपी मौर्य ने कहा है, ‘मामले की जांच शुरू हो चुकी है। अगर किसी पुलिस कॉन्स्टेबल के हाथों किसी निर्दोष की जान गई है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। दोषी को सख्त से सख्त सजा मिलेगी।‘
सामने से मारी गोलीः चश्मदीद गवाह सना
विवेक की कार में उसकी सहयोगी सना खान भी थी। सना के मुताबिक, ‘विवेक आईफोन की लॉन्चिंग करके वापस घर लौट रहे थे। सिपाहियों ने अचानक गाड़ी रुकवाई, विवेक सर ने सन्नाटे में गाड़ी नहीं रोकी। बाइक के पहिए पर गाड़ी चढ़ गई। सामने से सिपाही ने बिना कुछ कहे विवेक सर को गाली मार दी। उनकी कनपटी पर गोली लगी। गोली मारकर दोनों पुलिसकर्मी फरार हो गए। इसके बाद गाड़ी आगे टकरा गई।‘
सना ने कहा, ‘आरोपी पुलिसवालों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। मैं कल फोन नहीं ले गई थी, ट्रक वालों से फोन मांग रही थी, कुछ देर में दोबारा पुलिस आई थी, पुलिस एम्बुलेंस को कॉल कर रही थी, मैंने कहा पुलिस गाड़ी से ही ले चलो, पुलिस लोहिया अस्पताल विवेक सर को ले गई।‘
घटना शर्मनाक,कानून का हुआ उल्लंघनः डीजीपी (कानून व्यवस्था)
डीजीपी ओपी सिंह ने कहा है कि दो सिपाहियों ने एक व्यक्ति को गोली मार दी। यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। सिपाहियों की आत्मरक्षा की दलील सही नहीं है। यह सीधे तौर पर अपराध है और उनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।
टायर में मारी जा सकती थी गोली: एडीजी
एडीजी (कानून व्यवस्था) आनंद कुमार ने कहा है कि इस मामले में कानून का उल्लंघन किया गया है। अगर गोली चलाने की जरूरत थी तो यह टायर में मारी जा सकती थी। हालांकि जिस तरह गोली मारी गई, वह गलत था। यह हमारे लिए शर्मनाक घटना है। पोस्टमॉर्टम से पता चला है कि गोली गले के बाईं तरफ मारी गई। मृतक का बिसरा प्रिजर्व कर लिया गया है। घटना की जांच की जा रही है।
हत्या का मामला दर्ज, एसआईटी गठित
एसएसपी लखनऊ कलानिधि नैथानी के मुताबिक, दोनों आरोपी सिपाहियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले की जांच के लिए एसपी (क्राइम) के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर दिया गया है।
बाएं कान के पास लगी गोली
विवेक तिवारी की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बारे में लोहिया अस्पताल के डायरेक्टर देवेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि विवेक को बाईं तरफ के कान के पास सिर पर गोली लगी थी। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी।
आरोपी पुलिसकर्मियों ने कहा, आत्मरक्षा में चलाई गोली
पुलिसकर्मियों की दलील थी कि चेकिंग के लिए विवेक को रोकने का इशारा किया लेकिन वह भागने लगा। उसका पीछा किया गया और तब गोली मारी गई। कार सवार ने हमारी बाइक को टक्कर भी मारी थी। गोली आत्मरक्षा में चलाई गई।
It's being said that CM has told that our case will not be registered. Is there no value of our lives?: Police constable Prashant Chaudhary who shot at Lucknow resident, Vivek Tiwari. His wife says, “It has been 12 hours after the incident, no FIR is being registered."#Lucknow pic.twitter.com/yu6MOWBEIU
— ANI UP (@ANINewsUP) September 29, 2018
I didn’t shoot at him. The bullet was shot by mistake. He hit me with his car and drove it over me three times with the intention to kill me. I demand that my FIR must be registered: Police constable Prashant Chaudhary who shot at Lucknow resident, Vivek Tiwari. #Lucknow pic.twitter.com/lrACHnBgOi
— ANI UP (@ANINewsUP) September 29, 2018