दिल के टुकड़े को खाना खिलाने के लिए मां ढूंढती रही चम्मच, घर से आधा किलोमीटर दूर नाले में मिली लाश
सीमा को क्या मालूम था कि अपने दो साल के जिगर के जिस टुकड़े को खिलाने के लिए चम्मच तलाश रही है अब उसकी किलकारी भी नहीं सुन पायेगी। हुआ भी ऐसा ही। गोड्डा जिला के गंगटी गांव में झोंपड़ी डाल कर किसी तरह जीवन यापन करने वाली संजीव रविदास की पत्नी रीना कोरोना के कारण पहले से परेशान थी।
शुक्रवार शाम की ही तो बात है दो साल के आदित्य को खाना खिलाने जा रही थी। खिलाने में आसानी हो इसके लिए चम्मच ढूंढने घर के भीतर गई। ढूंढने में विलंब हुआ। जब बाहर आई तो उसका लाडला लापता था। अब लाडले को ढूंढने में उसके होश फाख्ता हो गये। आस-पड़ोस में देखा कहीं कोई निशान नहीं मिला।
भागती-दौड़ी पड़ोसियों फिर पुलिस के पास पहुंची। लोग ढूंढने में जुट गये। करीब में बह रहे नाले को लेकर आशंका हुई। बारिश में उसमें भी धार थी। अंतत: कोई तीन घंटे की तलाश के बाद लाड़ला घर से कोई आधा किलोमीटर दूर, नाले की पुलिया के पास अटका हुआ मिला। बेजान उसे देख खुद बेजान सी हुई सीमा के आंसू थम नहीं रहे।