उत्तर प्रदेश के कई जिलों के प्राईमरी स्कूल बन गए इस्लामिया
उत्तर प्रदेश में सरकार की ओर से संचालित किए जा रहे प्राईमरी स्कूलों के इस्लामिया बनने का मामला प्रकाश में आया है। प्रदेश में ऐसे स्कूलों की संख्या एक नहीं, दो नहीं, बल्कि दर्जनों में है। मामले की गंभीरता को देखते हुए बेसिक शिक्षा मंत्री ने सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही सभी स्कूलों की जांच के लिए भी अधिकारियों को आदेशित किया गया है।
बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों को ‘इस्लामिया’ नाम जोड़कर नया कलेवर देने वाले स्कूलों का नाम सबसे पहले देवरिया जिले में सामने आया। इसके बाद गोरखपुर, सुल्तानपुर, बाराबंकी, सीतापुर, फैजाबाद, श्रावस्ती और हरदोई जिले में भी कई ऐसे स्कूलों के नाम सामने आए।
इन स्कूलों में रविवार को पढ़ाई होती थी और शुक्रवार को अवकाश। जबकि अन्य प्राईमरी स्कूलों में शुक्रवार को पढ़ाई होती है और रविवार को अवकाश। ऐसा नहीं है कि विभागीय स्तर पर अधिकारियों को इसकी खबर नहीं थी, लेकिन शासन स्तर पर मामला संज्ञान में आने पर कार्यवाही शुरू की गई और गोरखपुर, देवरिया जिले में स्कूलों के नाम से ‘इस्लामिया’ शब्द हटाया गया।
इन स्कूलों को मदरसों के तर्ज पर चलाया जा रहा था। इसके लिए स्कूलों की ओर से ना ही कोई पत्र उच्चाधिकारियों को भेजा गया था और ना ही कोई अनुमति ली गई थी।
इस बारे में बेसिक शिक्षा मंत्री अनुपमा जायसवाल का कहना है कि मामला गंभीर है। जिन स्कूलों में भी शुक्रवार को अवकाश होता था, वह नियमत: अब खुलेंगे और रविवार को अवकाश होगा। प्रदेश के सभी प्राईमरी स्कूलों की जांच के निर्देश दिए गए हैं। इसमें जो भी लोग लिप्त पाए जाएंगे, उनकी जांच कराकर सख्त कार्यवाही की जाएगी।