सोपोर में आतंकी हमले के दौरान तीन साल के बच्चे को बचाया गया, अपने दादा के शव के पास था बैठा
जम्मू-कश्मीर के सोपोर के बारामूला में बुधवार की सुबह सीआरपीएफ के जवानों पर आतंकियों ने हमला कर दिया। इस हमले में एक जवान शहीद हो गया जबिक तीन अन्य जवान जख्मी हुए हैं। वहीं, एक नागरिक की भी मौत हो गई है। मुठभेड़ के दौरान, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक तीन साल के बच्चे को भी बचाया, जो हमले के दौरान अपने दादा के शव के ऊपर बैठा था। आतंकियों ने बुधवार की सुबह जवानों पर तब हमला किया, जब वह इलाके में नाकाबंदी कर रहे थे। घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है। हमले के बाद इलाके की घेराबंदी कर दी गई है।
मुठभेड़ के दौरान मारा गया नागरिक 60 साल का बुजुर्ग था। घटनास्थल से इनकी तस्वीर सामने आई है, जिसमें देखा गया कि जमीन पर बुजुर्ग का शव पड़ा हुआ है, कपड़े खून से सने हैं और वहीं मृत शख्स का 3 साल का पोता भी मौजूद है। हालांकि बच्चे को शव के पास देख सेना के जवान ने उसे वहां से गोद में उठा लिया।
इस घटना के बाद कश्मीर पुलिस ने एक पुलिसकर्मी द्वारा उस तीन साल के बच्चे को सुरक्षित बचाने वाली एक तस्वीर भी ट्वीट की है। कश्मीर जोन पुलिस ने एक ट्वीट में कहा, "जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सोपोर में एक आतंकवादी हमले के दौरान एक तीन वर्षीय बच्चे को गोलियों की चपेट में आने से बचाया।"
कश्मीर जोन पुलिस ने एक ट्वीट कर इस मुठभेड़ की जानकारी दी। ट्वीट में बताया गया है कि सोपोर के इस आतंकी हमले में एक सीआरपीएफ जवान और एक नागरिक की जान गई है, वहीं तीन जवान घायल हुए हैं। इलाके की घेराबंदी करके आतंकियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
आईजी सीआरपीएफ राजेश कुमार ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया, "गोली लगने के कारण एक हेड कांस्टेबल ने दम तोड़ दिया, तीन जवान घायल हैं, जिनकी हालत स्थिर है।" घायल सीआरपीएफ जवानों को श्रीनगर स्थित सेना के 92 बेस अस्पताल ले जाया गया है।
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने सीआरपीएफ जवानों पर हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि सोपोर के मॉडल टाउन में सीआरपीएफ की टीम पर आतंकी हमला हुआ है। इसमें सीआरपीएफ के कुछ जवानों और एक नागरिक के घायल होने की खबर है। इलाके की घेराबंदी करके सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है।
बता दें कि पिछले तीन महीनों में सोपोर में सीआरपीएफ जवानों पर यह दूसरा हमला है। इससे पहले 18 अप्रैल को, आतंकवादियों ने सीआरपीएफ जवानों पर गोलीबारी की, जिसमें तीन जवान शहीद हो गए थे।
इससे पहले 26 जून को अनंतनाग में सीआरपीएफ की टीम पर आतंकी हमला हुआ था। इस हमले में एक सीआरपीएफ का जवान शहीद हो गया, जबकि एक बच्चे की भी मौत हो गई थी। सीआरपीएफ की टीम अनंतनाग के बिजबेहरा पर हाईवे सिक्योरिटी में तैनात थी। घाटी में पिछले कुछ समय से लगातार आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन जारी है। रोजाना किसी न किसी जिले में सुरक्षाबल आतंकवादियों को ढेर कर रहे हैं।