सूरत में जीएसटी के खिलाफ हजारों व्यापारियों का प्रदर्शन
दरअसल, जीएसटी के विरोध में सूरत की सड़कों पर उतरे हजारों कपड़ा व्यापारियों ने शहर के टेक्सटाइल मार्केट से लेकर रिंग रोड तक मार्च निकाला। सूरत में 40 हजार से भी ज्यादा थोक कपड़ा व्यापारी एक जुलाई से हड़ताल पर हैं।
इस मामले में प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज को लेकर सूरत के पुलिस आयुक्त सतीश शर्मा ने कहा कि हालात बेकाबू हो गए थे, जिसके कारण उन्हें मजबूरन लाठीजार्च करना पड़ा। वहीं, जबकि व्यापारियों का कहना है कि वह शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे।
जीएसटी को लेकर विरोध करने वाले व्यापारियों का कहना है कि गार्मेंट के कारोबार में कई चरण होते हैं इसलिए जीएसटी लागू होने से उनकी परेशानियां कई गुना ज्यादा बढ़ गई हैं। अनुमानित तौर पर व्यापारियों का कहना है कि सूरत में कपड़ा कारोबार ठप होने से रोज करीब 150 करोड़ का नुकसान हो रहा है।
गौरतलब है कि 30 जून की आधी रात को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने देश में जीसएटी लॉन्च किया था। इसके साथ ही केंद्र ने सभी इन-डायरेक्ट टैक्स खत्म कर दिया गया है और प्रोडक्ट को चार टैक्स स्लैब 5%, 12%,18% और 28% में रखा गया है।