मध्यप्रदेश में दो आईएएस और कई स्वास्थ्य अधिकारी कोरोना संक्रमित
मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण विकराल होता जा रहा है। राज्य के इंदौर, भोपाल और जबलपुर जैसे बड़े शहरों के साथ अब कस्बों से भी कोरोना पॉजिटिव मिलने लगे हैं। सोमवार को विदिशा जिले के सिरोंज और बैतूल जिले के भैसदेही में एक-एक कोरोना संक्रमित मिले। दोनों हो निजामुद्दीन मरकज में शामिल हुए थे। इसके साथ ही राज्य में कोरोना पीड़ितों की संख्या 238 तक पहुंचने की खबर है और अब तक 16 लोगों की मोत हो चुकी है।
कंल देर रात भोपाल में एक मरीज की मौत से प्रशासन काफी सख्त हो गया है। दो आईएएस और स्वास्थ्य विभाग के कुछ अफसरों के संक्रमण से राज्य में गंभीर स्थिति पैदा हो गई है। दो आईएएस में एक स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख सचिव पल्लवी जैन गोविल और दूसरे हेल्थ कॉर्पोरेशन के एमडी और आयुष्मान योजना के सीईओ जे विजय कुमार हैं। जे. विजय कुमार 2011 बैच के आईएएस अधिकारी हैं, राज्य में कोरोना को हराने के लिए उनके पास अहम जिम्मेदारी थी। कोरोना के कोर ग्रुप में जे विजय कुमार के साथ 12 आईएएस अफसर थे। सभी ने खुद को होम क्वारेंटाइन कर लिया है।
अफसरों पर ट्रैवल हिस्ट्री छिपाने का आरोप
स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख सचिव पल्लवी जैन गोविल हर दिन घर से ही हेल्थ बुलेटिन जारी कर रहीं हैं। गोविल की रिपोर्ट 4 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव आई थी। उसके बाद उनके घर में अन्य सदस्यों की जांच करवाया गया और किसी में भी कोरोना के लक्षण नहीं पाए गए। उनके आवास के बाहर कोविड-19 क्वारेंटाइन का पर्चा चस्पा दिया गया है। पल्लवी जैन ने स्पष्ट किया है कि मेरा रिपोर्ट पॉजिटिव है लेकिन कोरोना के कोई लक्षण नहीं दिख रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की अपर संचालक डॉ. वीणा सिन्हा की भी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव है। अफसरों पर ट्रेवल हिस्ट्री छिपाने के आरोप लग रहे हैं।
11 स्वास्थ्य विभाग के कोरोना पॉजिटिव
राजधानी भोपाल में रविवार को एक ही दिन में कोरोना पीड़ितों का आंकड़ा 18 से बढ़कर 41 हो जाने के बाद सरकार ने कड़ा रुख़ अपनाते हुये घोषणा कर दी कि सोमवार से दूध और दवाई की दुकान के अलावा कुछ भी नही खुलेगा। इसके बाद शहर की विभिन्न किराना दुकानों में भीड़ लग गई। प्रशासन का दावा है कि किराना और सब्ज़ी ऑनलाइन उपलब्ध कराई जाएंगी। शहर में 23 इलाक़ों को कंटेनमेंट किया गया है और इन इलाक़ों में कोई भी बाहर का व्यक्ति घूमता मिलता है तो उसे फ़ौरन गिरफ्तार किया जाएगा। भोपाल में पाए गए कोरोना पॉज़िटिव में 11 स्वास्थ्य विभाग के हैं। सरकार ने कोरोना पॉज़िटिव पाये गये मरीज़ों के घर के एक-एक किलोमीटर क्षेत्र को निषेध क्षेत्र घोषित कर दिया है।
सोमवार से कोरोना पॉज़िटिव पाये गये मरीज़ो के घरके आसपास के लोगों की स्क्रीनिंग शुरू कर दी। प्रशासन ने सर्दी, खांसी, बुखार होने पर सूचना देना अनिवार्य कर दिया है। मध्यप्रदेश के इंदौर में 135 पॉजिटिव केस में से 10 की मौत हो चुकी है। मुरैना में 12 पॉजिटिव पाए गए हैं। उज्जैन में 8 पॉजिटिव केस में 3 की मौत हो चुकी है।