यूपीः अधिकारियों से बोले सीएम- सरकारी योजनाओं के काम में तेजी लाएं, उपद्रवियों से सख्ती से निपटें
गोरखपुर। विकास परियोजनाओं की प्रगति हो या फिर कानून व्यवस्था का सुदृढ़ीकरण। पारदर्शिता, गुणवत्ता और समयबद्धता का विशेष ध्यान रखें। विकास के जो भी कार्य चल रहे हैं, उन्हें पूरी तरह भ्रष्टाचार मुक्त रखें। उन कार्यों की गुणवत्ता और समय पर पूर्णता भी सुनिश्चित की जाए। इसी प्रकार कानून व्यवस्था में भी किसी के साथ भेदभाव नहीं होना चाहिए। फरियादी को समय पर न्याय मिले और किसी के लिए संशय की गुंजाइश न रह जाए।
प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों यह दिशानिर्देश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिए हैं। सीएम योगी रविवार को गोरखपुर कमिश्नरी सभागार में मंडल स्तरीय बैठक कर कानून व्यवस्था एवं विकास परियोजनाओं की समीक्षा कर रहे थे। करीब तीन घण्टे तक चली बैठक में मुख्यमंत्री ने विकास परियोजनाओं की समयबद्धता पर दो टूक समझाते हुए कहा कि यदि कार्य समय पर पूर्ण होंगे तो इस्टीमेट रिवाइज करने की नौबत नहीं आएगी। काम समय पर हो, पारदर्शी तरीके से हो और गुणवत्तापूर्ण हो। इसके लिए प्रत्येक परियोजना में एक नोडल अधिकारी अवश्य नामित किये जाएं। उन्होंने कहा कि किसी भी योजना में किसी तरह की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए। किसी भी तरह की शिकायत या लापरवाही की पुष्टि होने पर संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बैठक के दौरान मण्डल के सभी जिलों के जिलाधिकारियों ने अपने-अपने जिले के विकास कायर्क्रमों की प्रगति तथा पुलिस के अधिकारियों द्वारा कानून व्यवस्था के संबंध में प्रस्तुतिकरण दी गई।।
अपराधियों से सख्ती से निपटें
कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अपराधियों से सख्ती से निपटा जाये। थानों पर आने वाले लोगों के लिए पेयजल, बैठने आदि की पयार्प्त व्यवस्था के साथ ही उनकी शिकायतों की सुनवाई संवेदनशीलता के साथ हो। थानों पर अनावश्यक पड़े सामानों का नियमानुसार निस्तारण किया जाये। पुलिस पेट्रोलिंग को व्यवस्थित रूप से आगे बढ़ाया जाये। सप्ताह में एक दिन शहीद स्थलों/पयर्टन स्थलों पर पुलिस बैण्ड द्वारा देश भक्ति की धुन बजाई जाए।
बरसात पूर्व करा लें बंधों की मरम्मत :
सीएम योगी ने कहा कि बाढ़ बचाव से संबंधित सभी तैयारियां समय से पहले पूरी कर ली जाएं। जनता को किसी भी प्रकार का नुकसान न उठाना पड़े, इसके लिए बरसात से पहले ही संवेदनशील बंधों की मरम्मत भी अवश्य करा लें। उन्होंने अफसरों को यह भी चेताया कि बरसात में महानगर में जलजमाव की स्थिति नहीं दिखनी चाहिए। इसके लिए समय से पहले नालों की तल्लीझार सफाई व अन्य जरूरी कार्य पूरा कर लें।
जनप्रतिनिधियों से बेहतर संवाद स्थापित करें अधिकारी :
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया कि वे जनप्रतिनिधियों से बेहतर संवाद स्थापित करते हुए माह में कम से कम एक बार उनके साथ बैठक करें। यह भी सुनिश्चित हो कि जनप्रतिनिधियों के फोन प्रॉपर अटेंड हों तथा उनका प्रापर रिस्पांस हो।
जनता के विश्वास पर खरा उतरना हम सभी का दायित्व :
सीएम योगी ने कहा कि जनता के विश्वास पर खरा उतरना हम सभी कर दायित्व है। जनता के प्रति संवेदशील होकर अधिकारी उनकी समस्या का समाधान करें और दूरभाष के माध्यम से प्रकरण निस्तारण की जानकारी भी आवेदक से पूछें। उन्होंने कहा कि मेरिट के आधार पर जनसमस्याओं का निस्तारण किया जाये। न्याय पाने का अधिकार सभी का है।
अंतर्विभागीय समन्वय में बड़ी ताकत :
सीएम योगी ने कहा कि कहा कि अंतर्विभागीय समन्वय में बड़ी ताकत होती है। इसी ताकत का परिणाम है कि हम इंसेफेलाइटिस की समस्या को नियंत्रित करने में सफल हुए हैं। उन्होंने कहा कि मिशन शक्ति के तहत महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलम्बन के कार्यक्रमों में भी अंतर्विभागीय समन्वय की ताकत दिखानी होगी। इसके लिए साप्ताहिक कार्यक्रम बनाएं और संयुक्त चौपाल लगाकर महिलाओं से जुड़े मामलों का निस्तारण करें।
कार्यालयों में समय से उपस्थित रहें अधिकारी-कर्मचारी :
मुख्यमंत्री ने निर्देशित किया कि सभी अधिकारी व उनके मातहत कर्मचारी समय से कायार्लयों में उपस्थित होकर जन समस्याओं का निस्तारण सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जनसमस्याओं का एक रजिस्टर भी बनाया जाये तथा उसमें निस्तारण की स्थिति अंकित की जाये। इसके साथ ही अधिकारी अपने तैनाती स्थल पर ही रात्रि निवास करें।