उत्तराखंडः सीएम धामी को घेरने की हो रही सियासत; विपक्षी कम, अपने ही ज्यादा कर रहे हैं टांग खिंचाई
देहरादून। ये सियासत भी अजब ही है। इस सियासत में विपक्षी कम और अपने ही ज्यादा टांग खिंचाई करते हैं। खास तौर पर उस वक्त जब उन्हें अपना सियासी भविष्य न दिख रहा हो। कुछ ऐसे ही दौर से गुजर रहे हैं सीएम पुष्कर सिंह धामी। लेकिन धामी एक मंझे हुए सियासतदां के दौर पर अदावत रखने वालों को उनके दांव पर ही चित कर रहे हैं।
दिल्ली में तीन रोज की गहमागहमी के बाद सीएम धामी आज देहरादून लौट आए और आते ही अपने अंदाज में काम शुरु कर दिया। स्वास्थ्य महकमे की समीक्षा बैठक में आम लोगों के हित में कई फैसले लिए। इससे धामी ने यह दिखाया है कि उनकी मुखालफत करने वालों के तमाम सियासी हथियार मोथरे साबित हो चुके हैं।
सियासी जानकारों का कहना है कि सीएम धामी की कार्यशैली से तमाम विरोधियों की पेशानी पर बल हैं। उन्हें लग रहा है कि अगर एक युवा इसी अंदाज में पार्टी के साथ ही अपनी खुद की लोकप्रियता को बढ़ाता जाएगा तो उनके सियासी भविष्य का क्या होगा। शायद यही वजह है कि अंदरखाने धामी पर सिय़ासी बाण चलाए जा रहे हैं। दूसरी ओर सीएम धामी भी अभिनव अंदाज में इनका न केवल सामना कर रहे हैं। बल्कि अपने तीरों से उनके बाणों को निस्तेज कर रहे हैं। वैसे भी पुष्कर की कार्य़शैली की तारीफ खुद पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी कर चुके हैं। ऐसे में धामी से सियासी खुदंक रखकर तीर चलाने में लगे विरोधियों की दाल कहां गलने वाली है।
जानकारों का कहना है कि सीएम धामी फिलवक्त मिशन-2024 पर ही अपना फोकस रहे हैं। इसी दिशा में काम करते हुए वे जनहित में कोई भी बड़ा कदम उठाने से चूक नहीं रहे हैं। उनकी कोशिश है कि 2024 में इस देवभूमि की सभी पांच सीटों पर एक बार फिर भगवा ही लहराए।