दिल्ली में 18 साल से ऊपर वाले का नहीं होगा वैक्सीनेशन, केजरीवाल- स्टॉक खत्म, केंद्र टीका देने में नाकाम; दिए चार सुझाव
दिल्ली में अब 18 से 45 साल की उम्र के लोगों का वैक्सीनेशन नहीं हो पाएगा। इसे केजरीवाल सरकार ने बंद कर दिया है। शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस के जरिए राज्य के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने वैक्सीन की कमी बताते हुए कहा है कि हमारे पास वैक्सीन नहीं है। केंद्र वैक्सीन उपलब्ध कराने में नाकाम है।
केजरीवाल ने कहा, “केंद्र सरकार ने दिल्ली के 18 साल से ऊपर के लोगों के लिए जो वैक्सीन भेजी थीं, वो खत्म हो गई हैं। इसलिए अब वैक्सीनेशन बंद करना पड़ रहा है। बहुत कम डोज बचे हैं। ये स्टॉक भी शाम तक खत्म हो जाएगा। कल से पूरे राज्य में युवाओं का वैक्सीनेशन बंद करना पड़ेगा।“
केजरीवाल ने मोदी सरकार को दिए ये सुझाव
वैक्सीन कंपनियों को दूसरी कंपनियों के साथ फॉर्मूला शेयर करने का आदेश दिया जाना चाहिए। जिन देशों के पास जरूरत से ज्यादा वैक्सीन है, वहां से इंपोर्ट की जाए। सभी विदेशी वैक्सीन को इस्तेमाल करने की तुरंत मंजूरी मिलनी चाहिए। दूसरे देशों की वैक्सीन कंपनियों को भारत में उत्पादन की इजाजत मिलें।
जरूरत के मुताबिक वैक्सीन देने में केंद्र नाकाम
पीसी में केजरीवाल ने आगे कहा कि राज्य में महीने 80 लाख वैक्सीन की जरूरत है, लेकिन इसके मुकाबले मई में हमें केवल 16 लाख वैक्सीन ही मिली हैं। वहीं, जून में और कम मिलेगा। केंद्र ने दिल्ली का कोटा केवल 8 लाख कर दिया है। यदि हमें हर महीने केंद्र से 8 लाख वैक्सीन मिली तो दिल्ली के युवाओं को वैक्सीन लगाने में 30 महीने से ज्यादा लग जाएंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली में कोरोना की रफ्तार काफी कम हो गई है। पिछले 24 घंटे में संक्रमण दर घटकर 3.5% रह गई है, लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि कोरोना का खतरा टल गया है।
पीसी में केजरीवाल ने आगे कहा कि राज्य में महीने 80 लाख वैक्सीन की जरूरत है, लेकिन इसके मुकाबले मई में हमें केवल 16 लाख वैक्सीन ही मिली हैं। वहीं, जून में और कम मिलेगा। केंद्र ने दिल्ली का कोटा केवल 8 लाख कर दिया है। यदि हमें हर महीने केंद्र से 8 लाख वैक्सीन मिली तो दिल्ली के युवाओं को वैक्सीन लगाने में 30 महीने से ज्यादा लग जाएंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली में कोरोना की रफ्तार काफी कम हो गई है। पिछले 24 घंटे में संक्रमण दर घटकर 3.5% रह गई है, लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि कोरोना का खतरा टल गया है।