वसुंधरा पर इस्तीफा देने के लिए बनाया जा रहा दबाव
आईपीएल के पूर्व आयुक्त ललित मोदी की मदद करने का मामला उजागर होने के बाद वसुंधरा राजे पर इस्तीफा देने का दबाव बनाया जाने लगा। हालांकि वसुंधरा समर्थक विधायकों ने ऐसी किसी संभावना से इंकार किया लेकिन माना जा रहा है कि इस प्रकरण में पार्टी काे किरकिरी से बचाने के लिए शीर्ष नेतृत्व इस्तीफा मांग सकता है। अगर ऐसा हुआ तो वसुंधरा समर्थक विधायक पार्टी तोड़ने से भी गुरेज नहीं करेंगे।
सूत्रों के मुताबिक वसुंधरा से कह दिया गया है कि वह पद छोड़ने के लिए तैयार रहे हैं। भले ही उनकी पसंद के किसी दूसरे व्यक्ति राज्य की कमान दे दी जाए। हालांकि भाजपा प्रवक्ता इस बात से इंकार कर रहे हैं। लेकिन पार्टी के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और वसुंधरा राजे का मामला बिल्कुल ही अलग है। वसुंधरा पर आर्थिक रूप से फायदा पहुंचाने का आरोप लग रहा है जिससे भाजपा की किरकिरी हो रही है।
भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि जिन दस्तावेजों के आधार पर राजे पर निशाना साधा जा रहा है उन दस्तावेजों की वैधता अभी तक प्रमाणित नहीं हुई है, इसलिए इस मामले में किसी जांच या आंतरिक जांच का प्रश्न ही नहीं उठता है। उन्होने कहा कि वसुंधरा ने ललित मोदी से अपने पारिवारिक रिश्तों के बारे में इनकार नहीं किया है। त्रिवेदी ने कहा जहां तक दुष्यंत सिंह के मामले का सवाल है तो ये सारे तथ्य आयकर रिटर्न और चुनावी घोषणा पत्र में दिए जा चुके हैं। ये तो पहले से ही सार्वजनकि हैं। उन्होंने दुष्यंत के नियांत हेरिटेज होटल में मोदी द्वारा किए गए निवेश के बारे में यह बात कही।