राम मंदिर निर्माण के लिए दो ट्रक पत्थर अयोध्या पहुंचा
विहिप के प्रवक्ता शरद शर्मा ने कहा, अयोध्या में विहिप की संपत्ति राम सेवक पुरम में दो ट्रकों से पत्थर उतारे गये हैं और राम जन्म भूमि के अध्यक्ष महंत नृत्य दास की ओर से शिला पूजन किया गया है। इस बीच, महंत नृत्य गोपाल दास ने बताया कि मोदी सरकार से संकेत मिले हैं कि मंदिर का निर्माण अब कराया जाएगा।
उन्होंने कहा, अब अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का वक्त आ गया है। आज अयोध्या में ढेर सारे पत्थर पहुंच गये हैं। अब पत्थरों का पहुंचना जारी रहेगा। हमें मोदी सरकार से संकेत मिले हैं कि मंदिर का निर्माण अब किया जाएगा। विहिप मुख्यालय पर पत्थरों के पहुंचने पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए फैजाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मोहित गुप्ता ने कहा कि पुलिस हालात पर नजर रख रही है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा, हम हालात पर पैनी निगाह रख रहे हैं। पत्थर लाए गए हैं और एक निजी परिसर में रखे गए हैं। इस वाकये से यदि शांति भंग होती है या सांप्रदायिक सद्भाव बिगड़ता है तो हम निश्चित तौर पर कार्रवाई करेंगे।
ग़ौरतलब है कि इलाहाबाद हाई कोर्ट ने वर्ष 2010 में बाबरी मस्जिद - राममंदिर विवाद पर फैसला सुनाया था जिसके मुताबिक जिस भूमि पर बाबरी मस्जिद मौजूद थी, उसका हिंदुओं और मुस्लमानों की बीच बटवारा करने का आदेश दिया गया था। फिलहाल मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है और विवादित स्थल पर किसी तरह के निर्माण की इजाज़त नहीं है।
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का अपना प्रण दोहराते हुए विहिप ने जून में एेलान किया था कि वह मंदिर निर्माण के लिए देश भर से पत्थर इकट्ठा करेगी। विहिप ने मुस्लिम समुदाय को भी चेतावनी दी थी कि वह राम मंदिर निर्माण में कोई अड़गा न लगाए। पिछले महीने मरे विहिप के दिवंगत नेता अशोक सिंघल ने कहा था, राम मंदिर निर्माण के लिए करीब 2.25 लाख क्यूबिक फुट पत्थरों की जरूरत है और करीब 1.25 लाख क्यूबिक फुट पत्थर अयोध्या स्थित विहिप मुख्यालय में तैयार रखे हैं। शेष एक लाख क्यूबिक फुट पत्थर देश भर से हिंदू श्रद्धालुओं से इकट्ठा किए जाएंगे।
उत्तर प्रदेश के गृह विभाग के प्रमुख सचिव देवाशीष पांडा ने कहा था कि राज्य सरकार राम मंदिर के लिए अयोध्या में पत्थर नहीं आने देगी। उन्होंने कहा था, चूंकि मामला न्यायालय में विचाराधीन है, लिहाजा सरकार अयोध्या मुद्दे के बाबत कोई नई परंपरा शुरू करने की इजाजत नहीं देगी।