विजय रुपानी होंगे गुजरात के नए मुख्यमंत्री, 7 को लेंगे श्ापथ
पहले सियासी हलको में स्वास्थ्य मंत्री नितिन पटेल के नाम पर सहमति बन जाने की खबर आई। उनके नाम के एलान की बात भी की गई। लेकिन ऐन वक्त में भाजपा विधायक दल की बैठक में पटेल की जगह राज्य की जिम्मेदारी विजय रुपानी को सौंपी गई। विजय रुपानी काफी आक्रामक नेता माने जाते हैं। विजय रुपानी नरेंद्र मोदी और अमित शाह दोनों के करीबी हैं। सौराष्ट्र इलाके से आते हैं, राजकोट उनका शहर है। इसके अलावा संगठन में काम करने का लंबा अनुभव है।
सूत्रों के अनुसार प्रशासनिक मामलों मेंं जिस सख्ती की कमी आनंदी बेन के शासन में दिख रही थी, उसकी भरपाई विजय रुपाणी का प्रशासनिक अनुुभव कर देगा। विजय रुपानी के पास आनंदीबेन सरकार में कई विभागों को चलाने का अच्छा अनुभव है। सबसे अहम वजह ये है कि रुपानी राजकोट से आते हैं, यानी सौराष्ट्र से, जिसे पटेलों का गढ़ माना जाता है। भाजपा ने उन्हें सीएम बनाकर इस इलाके के असंतोष को कम करने की कोशिश की है।
रुपानी 1998 में केशुभाई पटेल की सरकार में संकल्पपात्र अमलीकरण समिति के चेयरमैन बने, जो भूमिका उन्होंने मोदी के मुख्यमंत्री रहते हुए भी 2002 तक निभाई। उसके बाद मोदी ने 2006 में उन्हें गुजरात टूरिज्म का अध्यक्ष बनाया और इसी साल रुपाणी का राज्यसभा भी जाना हुआ, जिसके सदस्य वो 2012 तक रहे। 2013 में मोदी ने उन्हें म्युनिसिपल फाइनेंस बोर्ड का अध्यक्ष बनाया।
1980 में भाजपा में प्रवेश करने से पहले आपातकाल के दौरान रुपानी मीसा के तहत जेल में भी रहे। राजकोट में बतौर कॉरपोरेटर उनका कैरियर 1987 में शुरु हुआ और इसकी परिणती 1996 में तब हुई, जब वो यहां के महापौर बने। रुपानी आनंदीबेन सरकार में ट्रांसपोर्ट, वाटर सप्लाई, श्रम और रोजगार विभाग के कैबिनेट मंत्री बने, जो जिम्मेदारी प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष बनने के बाद भी जारी रही।