Advertisement
09 July 2016

आतंकी वानी की मौत के बाद कश्मीर में हिंसा, आठ मारे गए

google

हिंसक वारदातों के दौरान तीन पुलिसकर्मियों समेत कुल 11 लोग घायल हुए हैं। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि युवकों के समूहों ने अनंतनाग जिले के बांदीपोरा, काजीगुंडा और लारनू में पुलिस चौकियों और पुलिस थानों पर पथराव किया।एेहतियाती तौर पर हड़ताल का आवाहन करने वाले शीर्ष के अलगावावादी नेताओं को नजरबंद कर दिया गया है।

श्रीनगर और पुलवामा में तनाव है। दक्षिण कश्मीर, पोशियां, पुलवामा समेत श्रीगर के कई इलाकों में कर्फ़्यू लगा दिया गया है। कुलगाम जिले के धमहाल हांजीपोरा तथा मीर बाजार और बारामूला जिले के सोपोर के वारपोरा में भी हिंसक प्रदर्शन हुए घाटी में तनाव के माहौल को देखते हुए अमरनाथ यात्रा रोक दी गई है। इसके अलावा शनिवार को होने वाली बोर्ड परीक्षा स्थगित कर दी गई है। यहां ट्रेन और मोबाइल इंटरनेट सेवाएं भी ऐहतियातन बंद कर दी गई हैं ताकि किसी तरह की कोई अफवाह न फैल सके। ट्रेनें अगली सूचना तक बंद रहेंगी। बुरहान के ऊपर दस लाख रूपये का इनाम घोषित था और वह हिज्बुल का टॉप कमांडर था जो कई बड़े हमलों में शामिल रहा था। भाजपा ने बुरहान की मौत पर अमरनाथ यात्रा रोके जाने को एक प्रशासनिक फैसला बताते हुए कहा कि हमारे लिए देश के हर नागरिक की जान कीमती है। इसलिए तात्कालिक हालात को देखकर सुरक्षा एजेंसियां फैसला लेती हैं और हमें उनके फैसले का स्‍वागत करना चाहिए।

एक अधिकारी ने बताया कि दक्षिण कश्मीर के वेसु क्षेत्र में अल्पसंख्ययक समुदाय की सुरक्षा में तैनात पुलिस बल पर भी हमला किया गया। उन्होंने बताया कि कुलगाम जिले के नीलो-बुगम क्षेत्र में भीड़ ने भाजपा कार्यालय पर भी हमला किया और इमारत को नुकसान पहुंचाया। दक्षिण कश्मीर के बारामुला जिले के शीरी, क्रीरी, डेलिना, पट्टन और पालहालन क्षेत्राें में भी पथराव की घटनाएं हुईंं। अधिकारी ने बताया कि दक्षिण कश्मीर के अवंतिपुरा के शरीफाबाद और बारसू इलाकों में भी हिंसक प्रदर्शन हुए। हुर्रियत कांफ्रेंस के गिलानी गुट के चेयरमेन सैयद अली शाह गिलानी ने वानी के मारे जाने के खिलाफ तीन दिन का कश्मीर बंद का ऐलान किया है।

Advertisement

उधर, कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्राी उमर अब्दुल्ला ने  कहा कि राज्य के असंतुष्ट लोगों को हिज्बुल मुजाहिदीन के कमांडर वानी के रूप में एक नया आदर्श मिल गया है। उन्होंने यह आशंका भी जताई कि बुरहान वानी ने सोशल मीडिया से जितनी संख्या में युवकों को आतंकवाद में शामिल होने के लिए आकर्षित किया था, उससे कहीं ज्यादा युवक उसकी मौत के बाद आतंकवाद की तरफ बढ़ सकते हैं। उमर ने ट्विटर पर लिखा, मेरी बात याद रखिये, बुरहान की कब्र में जाने के बाद लोगों को आतंकवाद की तरफ आकर्षित करने की क्षमता उसके सोशल मीडिया पर इस दिशा में किए गए प्रयासों से कहीं ज्यादा होगी। 

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: हिजबुल मुजाहिद्दीन, बुरहान वानी, कश्‍मीर, हिंसा, अमरनाथ यात्रा, भाजपा, सेना, नजरबंद, hizbul, burhan wani, amarnath, bjp, pelting stone, violence
OUTLOOK 09 July, 2016
Advertisement