अम्फान से बंगाल में 86 की मौत, सीएम ममता ने रेलवे से कहा- 26 मई तक न भेजे स्पेशल ट्रेनें
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रेल मंत्रालय से चक्रवात अम्फान के मद्देनजर 26 मई तक राज्य में श्रमिक स्पेशल ट्रेनें न भेजने को कहा है। रेलवे को भेजे एक पत्र में उन्होंने कहा है कि राज्य 20-21 मई को सुपर साइक्लोन अम्फान से बुरी तरह प्रभावित हुआ है, जिससे बुनियादी ढांचे को व्यापक नुकसान हुआ है। प्रभावित जिलों में राहत और मरम्मत का काम चल रहा है, ऐसे में ट्रेनों के संचालन की इजाजत अगले कुछ दिनों तक नहीं दी सकती है।
मुख्य सचिव राजीव सिन्हा द्वारा रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष वी के यादव को भेज में पत्र में कहा गया है कि चूंकि जिला प्रशासन राहत और पुनर्वास कार्यों में शामिल है, इसलिए अगले कुछ दिनों तक स्पेशल ट्रेनें रिसीव करना संभव नहीं होगा। इसलिए यह अनुरोध किया जाता है कि 26 मई तक कोई ट्रेन पश्चिम बंगाल नहीं भेजी जाए।
अम्फान से हुई 86 लोगों की मौत
अम्फान के कारण पश्चिम बंगाल में कम से कम 86 लोगों की मौत हो गई है. चक्रवात के कारण जनजीवन प्रभावित होने के बाद अधिकारी स्थिति को सामान्य करने के प्रयासों में जुटे हुए हैं। कोरोना वायरस के मद्देनजर लागू लॉकडाउन के बीच प्रवासी मजदूरों को घर भेजने के लिए श्रमिक स्पेशल सेवा शुरू करने के बाद सबसे कम ट्रेनें पश्चिम बंगाल में ही भेजी गई हैं।
मजदूरों को लौटने की अनुमति नहीं देने का था आरोप
असल में, गृह मंत्री अमित शाह ने एक पत्र में आरोप लगाया था कि बंगाल अपने प्रवासियों को लौटने की अनुमति नहीं दे रहा है। बाद में यह तय किया गया कि इन ट्रेनों के परिचालन के लिए गंतव्य राज्य की सहमति लेना जरूरी नहीं है। एक मई से अब तक करीब 2,000 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई गई हैं जिनमें 31 लाख प्रवासी मजदूरों को उनके गृह राज्य पहुंचाया गया। बंगाल में अब तक करीब 25 ट्रेनें आईं हैं।