छात्रसंघ विवाद: आदित्यनाथ को इलाहाबाद में घुसने से रोका
गोरखपुर के इस तेजतर्रार सांसद को इलाहाबाद से सटे मिर्जापुर के विंध्याचल में रोका गया। उस समय वह कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए जा रहे थे। योदी को इस कार्यक्रम में आमंत्रित किए जाने पर भी विवाद मचा हुआ था। कई छात्र संगठनों ने उन्हें बुलाए जाने का विरोध किया है।
मिर्जापुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अरविंद सेन ने बताया कि जिला प्रशासन को इलाहाबाद के डीएम की ओर से एक पत्र मिला है, जिसमें आदित्यनाथ को इलाहाबाद पहुंचने से रोकने के लिए कहा गया है क्योंकि आपराधिक दंड संहिता की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू है। एसएसपी ने कहा कि यदि सांसद आगे बढ़ने की कोशिश करते हैं तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
इलाहाबाद के जिला मजिस्ट्रेट संजय कुमार और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के एस इमानुएल ने कहा कि आदित्यनाथ को सलाह दी गई है कि वह जिले में प्रवेश न करें और यदि वह इसका पालन नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो सकती है। उन्होंने कहा कि छात्र संघ ने आयोजन के लिए अनुमति नहीं ली है और विश्वविद्यालय से कहा गया है कि वह इसे न होने दे। इससे पहले डीएम और एसएसपी ने कल देर रात संवाददाता सम्मेलन में कहा कि छात्रसंघ ने अपना कार्यक्रम आयोजित करने से पहले प्रशासन से जरूरी अनुमति नहीं ली थी। विश्वविद्यालय के अधिकारियों और छात्रसंघ नेताओं को निर्देश दिया है कि वे कोई भी अनाधिकृत आयोजन न करें। इस विवाद के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए जिले की सीमाओं पर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है।
छात्रसंघ अध्यक्ष रिचा सिंह भूख हड़ताल पर
इसी बीच, भाजपा सांसद के दौरे के विरोध करती रहीं छात्रसंघ की अध्यक्षा रिचा सिंह ने कल रात से भूख हड़ताल शुरू कर दी। वह विश्वविद्यालय से कार्यक्रम रद्द करने की मांग कर रही हैं। उन्होंने भाजपा से जुड़े छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा लगाए गए पोस्टरों पर अन्य पदाधिकारियों के साथ उनका नाम छापे जाने पर ऐतराज जताया है। गौरतलब है कि रिचा आजादी के बाद इलाहाबाद विश्वविद्यालय की छात्रसंघ अध्यक्ष बनने वाली पहली महिला हैं। छात्रसंघ चुनाव में वह स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में लड़ी थीं और समाजवादी छात्रसभा के समर्थन से जीती थीं। छात्रसंघ में अध्यक्ष पद के अलावा सभी महत्वपूर्ण पद एबीवीपी के पास हैं। योगी आदित्यनाथ को निमंत्रण भेजे जाने के मुद्दे पर कई छात्र संगठनों ने सवाल उठाए हैं।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने परिसर की मौजूदा स्थितियों को देखते हुए एक दिन के लिए कक्षाओं को निलंबित कर दिया है।