तेज प्रताप यादव ने शेयर किया 'पायलट ट्रेनिंग' सर्टिफिकेट, कहा- देश के काम आए तो जान दे दूंगा
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और भारतीय सेना के 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद देश में देशभक्ति का जज्बा चरम पर है। इस माहौल में राष्ट्रीय जनता दल के नेता और बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने एक बयान देकर सुर्खियां बटोरी हैं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि उन्होंने पायलट की ट्रेनिंग ली है और देश की सेवा के लिए हर पल तैयार हैं। तेज प्रताप ने लिखा, "पायलट की ट्रेनिंग अगर देश के काम आ सकती है तो, मैं तेज प्रताप यादव हर समय देश की सेवा के लिए तत्पर हूं। मेरी जान भी चली जाए तो अपने आपको भाग्यशाली समझूंगा। जय हिंद।"
तेज प्रताप ने अपनी पोस्ट के साथ पायलट ट्रेनिंग के दौरान की तस्वीरें और फ्लाइट रेडियो टेलीफोन ऑपरेटर का रिस्ट्रिक्टेड लाइसेंस भी साझा किया। उन्होंने दावा किया कि उन्होंने बिहार फ्लाइंग इंस्टीट्यूट, पटना में दो साल की ट्रेनिंग ली है, जिसमें उन्होंने सेसना 172 जैसे छोटे विमानों को उड़ाने का अनुभव हासिल किया। हालांकि, विशेषज्ञों के अनुसार, उनका लाइसेंस पूर्ण पायलट लाइसेंस नहीं है और केवल रेडियो संचार के लिए सीमित है।
यह बयान ऐसे समय में आया है, जब भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान और PoK में नौ आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले किए। इस कार्रवाई ने देश में जोश का माहौल पैदा किया है। तेज प्रताप के बयान को कुछ लोग उनकी देशभक्ति की भावना से जोड़ रहे हैं, तो कुछ इसे राजनीतिक स्टंट करार दे रहे हैं। सोशल मीडिया पर यूजर्स ने उनके जज्बे की तारीफ की, लेकिन कुछ ने मजाकिया टिप्पणियां भी कीं, जैसे "तेजू भैया, इस्लामाबाद में प्लेन लेके घुस जाइए।"
तेज प्रताप पहले भी अपने अनोखे बयानों के लिए चर्चा में रह चुके हैं। 2021 में उन्होंने भारतीय वायुसेना में चयन का दावा किया था, जो असत्यापित रहा। उनके इस ताजा बयान ने बिहार की सियासत में नई हलचल पैदा कर दी है। राजद ने अभी तक इस पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है।