जम्मू कश्मीर चुनाव पर आतंकियों की नजर; बीएसएफ ने कहा- सीमाएं सुरक्षित, कोई नहीं डाल पाएगा बाधा
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक शीर्ष अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि सीमाओं पर यह सुनिश्चित करने के लिए घुसपैठ रोधी कदम उठाए गए हैं कि आतंकवादी जम्मू कश्मीर में घुसपैठ न करें और विधानसभा चुनाव में बाधा न डालें।
बीएसएफ, जम्मू फ्रंटियर के महानिरीक्षक डी के बूरा डोडा जिले के भद्रवाह इलाके में पत्रकारों से बात कर रहे थे। दक्षिण कश्मीर में डोडा जिले के साथ छह अन्य जिलों की कुल 24 विधानसभा सीटों और जम्मू के चेनाब घाटी क्षेत्र में पहले चरण के तहत 18 सितंबर को मतदान होना है।
बीएसएफ अधिकारी ने कहा, ‘‘सीमाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं क्योंकि बीएसएफ ने पुलिस समेत संबंधित एजेंसियों के साथ मिलकर घुसपैठ रोधी सभी आवश्यक कदम उठाए हैं। मैं हर किसी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान ऐसी कोई गतिविधि (सीमा पार से आतंकवादियों की घुसपैठ) होने नहीं दी जाएगी।’
उन्होंने कहा कि बीएसएफ किसी भी स्थिति से निपटने में सक्षम है और वह स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने में अपनी भूमिका निभाएगा।
बूरा ने कहा, ‘‘बीएसएफ एक सक्षम बल है और आप पाएंगे कि हमारे सैनिक कठिन इलाकों में अधिक तैनात हैं क्योंकि वे किसी भी प्रकार की स्थिति से निपटने और अपना काम बहादुरी से करने में सक्षम हैं। सुरक्षित रूप से चुनाव कराने के लिए बीएसएफ यहां (चेनाब घाटी में) तैनात है।’’
डोडा और किश्तवाड़ जिलों में हाल में हुई आतंकी घटनाओं के संदर्भ में बीएसएफ अधिकारी ने कहा कि जमीनी स्तर पर मौजूद कमांडर कुछ घटनाओं से अवगत हैं और पूरे क्षेत्र को सुरक्षित बनाने के लिए युक्तिसंगत तरीके से अपनी गतिविधियों का संचालन कर रहे हैं तथा ‘‘मुझे उम्मीद है कि चुनाव के दौरान कोई अप्रिय घटना नहीं घटेगी।’’
इससे पहले, बीएसएफ आईजी ने बल के 20 कमांडिंग अधिकारियों के साथ एक बैठक में चुनाव सुरक्षा की समीक्षा की। बीएसएफ की टुकड़ियां सभी तीनों जिलों में तैनात हैं। उन्होंने हाल फिलहाल में इस इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना दी।
उन्होंने कहा, ‘‘उनकी (आतंकवादियों) संख्या अधिक नहीं है लेकिन चूंकि इलाके में विशाल घना जंगल है तो उन्हें छिपने का मौका मिल रहा है।’’ उन्होंने जवानों से सतर्क रहने और आतंकवादियों की किसी भी साजिश को नाकाम करने के लिए कहा।