पहलगाम मुठभेड़ में मारे गए तीन आतंकी निकले पाकिस्तानी, बायोमेट्रिक्स और दस्तावेजों से पुष्टि
पिछले हफ्ते जम्मू-कश्मीर के पहलगाम इलाके में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए तीन आतंकियों की पहचान पाकिस्तान के नागरिकों के रूप में हुई है। एक आधिकारिक रिपोर्ट के अनुसार, इन तीनों आतंकियों के शवों से बरामद दस्तावेज और उनके बायोमेट्रिक साक्ष्य इस बात की पुष्टि करते हैं कि वे पाकिस्तान के निवासी थे। अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ के बाद जिन आतंकियों को ढेर किया गया, उनमें से एक के पास से पाकिस्तान का नागरिकता प्रमाण भी मिला। इसके अलावा, उनके फिंगरप्रिंट और अन्य जैविक साक्ष्य को राष्ट्रीय स्तर की जांच एजेंसियों ने मिलाकर यह पुष्टि की है कि वे सीमा पार से आए आतंकवादी थे।
रिपोर्ट में कहा गया है कि ये आतंकी हाल ही में नियंत्रण रेखा पार कर भारत में घुसे थे और उनके मंसूबे बड़े हमलों को अंजाम देने के थे। सुरक्षाबलों ने खुफिया जानकारी के आधार पर ऑपरेशन को अंजाम दिया था। मुठभेड़ कई घंटों तक चली और स्थानीय नागरिकों को नुकसान से बचाने के लिए बेहद संयमित तरीके से ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। ऑपरेशन के दौरान सेना के दो जवान घायल भी हुए थे, लेकिन उनकी हालत अब स्थिर है।
इस घटना के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि पाकिस्तान की तरफ से आतंकियों की घुसपैठ फिर से तेज हो रही है, खासकर अमरनाथ यात्रा के दौरान अशांति फैलाने के उद्देश्य से। रिपोर्ट यह भी बताती है कि इन आतंकियों का संबंध जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों से हो सकता है, जो पहले भी घाटी में हमले कर चुके हैं।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस रिपोर्ट को गंभीरता से लिया है और राज्य प्रशासन को सतर्क रहने और संवेदनशील इलाकों में गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। यह घटना एक बार फिर भारत-पाकिस्तान सीमा पर आतंकवाद को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है और आने वाले समय में सुरक्षा एजेंसियों को और भी सतर्कता बरतने की आवश्यकता होगी।