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19 May 2022

"विश्वविद्यालयों को वैचारिक संघर्ष का स्थान नहीं बनना चाहिए": दिल्ली विश्वविद्यालय में बोले गृहमंत्री अमित शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को कहा कि विश्वविद्यालयों को वैचारिक लड़ाई के लिए कुश्ती का मैदान नहीं बनना चाहिए।

दिल्ली विश्वविद्यालय में एक कार्यक्रम में छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "विश्वविद्यालयों को विचारों के आदान-प्रदान के लिए मंच बनना चाहिए और वैचारिक संघर्ष के लिए जगह नहीं बनना चाहिए।"

शाह ने भारत की रक्षा नीति के बारे में भी बात की और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने से पहले देश की रक्षा नीति नहीं थी और अगर यह अस्तित्व में भी थी, तो यह विदेश नीति की "छाया" थी।

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भारत द्वारा किए गए सर्जिकल स्ट्राइक और हवाई हमलों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि भारत ने दिखाया कि उनके साथ रक्षा नीति का क्या मतलब है।

अमित शाह ने कहा, "पहले, आतंकवादी हम पर हमला करने के लिए भेजे जाते थे और उरी और पुलवामा के साथ ऐसा करने के समान प्रयास किए गए थे। लेकिन सर्जिकल स्ट्राइक और हवाई हमलों से हमने दिखाया कि रक्षा नीति का क्या मतलब है।"  

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TAGS: Amit Shah, Home Minister, Delhi University, Universities, Pulwama, Narendra Modi
OUTLOOK 19 May, 2022
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