यूपी: भेड़ियों ने फिर किये हमले, ढाई साल की बच्ची की मौत, बुजुर्ग महिला गम्भीर रूप से घायल
बहराइच की महसी तहसील में आतंक का पर्याय बने भेड़ियों के हमले जारी हैं। रविवार रात संदिग्ध रूप से इन भेड़ियों के अलग—अलग हमलों में ढाई साल की एक बच्ची की मौत हो गयी और एक बुजुर्ग महिला गम्भीर रूप से घायल हो गयी। खास बात यह है कि भेड़िये अब नये इलाकों में हमले कर रहे हैं।
जिलाधिकारी मोनिका रानी ने सोमवार को मौके पर पहुंचकर संवाददाताओं को बताया कि भेड़िये के हमले में ढाई वर्षीय अंजली (पुत्री कमल कश्यप) की मौत हो गयी है तथा एक महिला घायल हुई है। जुलाई से अब तक हिंसक वन्य जीव के हमलों से मौत की यह आठवीं घटना है।''
ग्रामीणों ने बताया कि महसी तहसील क्षेत्र के हरदी थाना इलाके में गरेठी गुरूदत्त सिंह के नव्वन गरेठी मजरे में एक/दो सितंबर की रात घर में मां के साथ सो रही ढाई साल की बच्ची अंजलि को भेड़िया उठा गया। चीख सुनने पर परिजन उसके पीछे भागे, लेकिन कोई पता नहीं चल सका। तलाश करने पर गांव से एक किलोमीटर की दूरी पर अंजलि का क्षत—विक्षत शव पाया गया। भेड़िया बच्ची के दोनों हाथ खा गया।
दूसरी घटना हरदी थाना क्षेत्र के बाराबिगहा के मौजा कोटिया में हुई। यहां कमला देवी (70) सोमवार भोर घर में लेटी थी। तभी दरवाजे की रस्सी तोड़कर भेड़िया भीतर घुसा और हमला कर उसे घायल कर दिया। परिजनों के शोर मचाने पर भेड़िया कमला देवी को छोड़ कर भाग गया। उसे गम्भीर रूप से घायल हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। महिला की गर्दन, मुंह और कान पर चोटें आई हैं। उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ल ने अस्पताल पहुंच कर घायल महिला के इलाज का जायजा लिया है।
जिलाधिकारी मोनिका रानी ने बताया कि महसी तहसील के गरेठी गांव में भेड़िये के हमले की यह पहली घटना है। उन्होंने बताया कि हमलावर भेड़िए अब नये गांवों में हमले कर रहे हैं। चार पांच दिन के अंतराल पर घटनाएं हो रही हैं।
रानी के अनुसार, जिन गांवों में पहले घटना हुई है वहां और आसपास के गांवों में बड़ी संख्या में पुलिस, प्रशासन, पीएसी, वन विभाग के लोग लगे हैं। चार भेड़िए पकड़े भी गये हैं।
जिलाधिकारी ने कहा कि लोगों को लगातार जागरूक किया जा रहा है कि वह दरवाजे बंद करके या घरों की छतों पर सोएं, खुले में ना सोएं तथा विशेष रूप से सचेत रहें।
मोनिका ने कहा "अभी तक दो भेड़ियों के हमलावर होने की बात सामने आ रही है। लेकिन संख्या को लेकर भी वन विभाग विशेष रूप से अपनी जानकारी एकत्र कर रहा है। जांच पूरी होने पर सही संख्या बताई जा सकती है।"
गौरतलब है कि बहराइच के महसी तहसील क्षेत्र में मार्च माह से इंसानों पर भेड़ियों के हमले हो रहे हैं। बरसात के मौसम में 17 जुलाई से हमले बढ़े और हमलों में सात बच्चों सहित आठ लोगों की मौत हो गयी तथा 30 से अधिक लोग हमलों में घायल हुए हैं। क्षेत्र में विभिन्न विभागों, एनजीओ व ग्रामीणों की सौ के करीब टोलियां रातभर जागकर गश्त करती हैं। पीएसी के 200 जवान, पुलिस व वन विभाग के कई जवान भेड़िये पकड़ने व ग्रामीणों की सुरक्षा में जुटे हैं।