अमेरिका का भारत-चीन पर 500% टैरिफ का खतरा: ट्रंप समर्थित बिल रूस के व्यापारिक साझेदारों पर निशाना
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक सीनेट बिल को समर्थन दिया है। यह बिल रूस के साथ व्यापार करने वाले देशों पर 500% टैरिफ लगाने की बात करता है। इसमें भारत और चीन भी शामिल हैं। यह खबर न्यूज18 की एक रिपोर्ट से सामने आई। सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने बताया कि यह बिल रूस के तेल खरीदने वाले देशों को निशाना बनाएगा।
ग्राहम ने कहा, “रूस से सामान खरीदने वाले देशों पर 500% टैरिफ लगेगा, अगर वे यूक्रेन की मदद नहीं करते।” भारत और चीन रूस के 70% तेल खरीदते हैं। यह बिल सीनेटर रिचर्ड ब्लूमेंथल के साथ मिलकर तैयार किया गया है। इसे अगस्त में पेश किया जाएगा। ग्राहम ने बताया कि ट्रंप ने एक गोल्फ गेम के दौरान इस बिल को हरी झंडी दी।
भारत और रूस के बीच व्यापार 2024-25 में 68.7 बिलियन डॉलर तक पहुंचा। यह पहले के 10.1 बिलियन डॉलर से बहुत ज्यादा है। भारत ने रूस से तेल और अन्य सामान की खरीद बढ़ाई है। दोनों देश 2030 तक 100 बिलियन डॉलर का व्यापार लक्ष्य रखते हैं। इस बिल से भारत-अमेरिका संबंधों पर असर पड़ सकता है।
बिल में कहा गया है कि अगर रूस यूक्रेन के साथ शांति वार्ता नहीं करता या यूक्रेन की संप्रभुता को नुकसान पहुंचाता है, तो टैरिफ लागू होंगे। यह टैरिफ रूस के गैस, यूरेनियम और अन्य सामानों पर भी लगेगा। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि शांति प्रक्रिया को नुकसान पहुंचाए बिना सख्त कदम उठाए जा सकते हैं।
भारत एक अंतरिम व्यापार समझौते पर अमेरिका से बात कर रहा है। ट्रंप ने कहा कि भारत के साथ “बड़ा सौदा” हो सकता है। लेकिन टैरिफ का खतरा चिंता बढ़ा रहा है। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि इससे वैश्विक व्यापार प्रभावित होगा। भारत ने कहा कि वह टैरिफ में कमी के लिए तैयार है, लेकिन उसे भी फायदा चाहिए।
यह बिल भारत, चीन और अन्य देशों के लिए चुनौती है। इससे वैश्विक अर्थव्यवस्था और रणनीतिक साझेदारियां बदल सकती हैं।