सरकार कार्रवाई कर रही है इसलिए भ्रष्टाचार के मामले उजागर हो रहे हैं
आए दिन भ्रष्टाचार के मामले उजागर होने, सूर्य नमस्कार एवं गीता की पढ़ाई लागू करने तथा गो तस्करी पर विवादास्पद कानून जैसे कदमों से संघ परिवार का सांप्रदायिक एजेंडा लागू करने के आरोपों के कारण मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान की सरकार पर सवालिया निशान लग रहे हैं। लेकिन चौहान सांप्रदायिक एजेंडे के आरोपों का खंडन करते हैं और कहते हैं कि सरकार के कार्रवाई करने से ही भ्रष्टïाचार के इतने मामले उजागर हो रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से आउटलुक के प्रमुख संवाददाता कुमार पंकज की खुली बातचीत के अंश-
- आए दिन मध्य प्रदेश में भ्रष्टïाचार के मामले उजागर होने से आपकी सरकार की छवि धूमिल हो रही है, इस बारे में आपका क्या कहना है?
देखिए जब भ्रष्टïाचार को रोकने के लिए सरकार कार्रवाई कर रही है तब मामले भी उजागर होंगे। अगर सरकार मौन रहती तो भ्रष्टïाचारियों की पौ बारह होती। आज जब सरकार तत्परता दिखाते हुए भ्रष्टïाचार को रोकने के लिए कड़ा कदम उठा रही है तो संभव है कि भ्रष्टïाचारियों की पोल खुलेगी।
-लेकिन हाल में इन मामलों में तेजी से बढ़ोत्तरी हुई, ये कदम पहले ही उठाए जाने चाहिए थे?
बात सही है, लेकिन जब तक ठोस प्रमाण नहीं मिल जाता तब तक कार्रवाई संभव नहीं है। जो मामले तेजी से उजागर हो रहे हैं उनमें लंबे समय से एक प्रक्रिया के तहत कार्रवाई चल रही थी। इसलिए यह कहना गलत होगा कि राज्य सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
-भ्रष्टïाचार को रोकने के लिए राज्य सरकार क्या कदम उठा रही है?
सरकारी स्तर पर जो भी हो सकता है, सरकार उसके लिए पूरी तत्पर है। केंद्र और राज्य सरकार की कई योजनाओं की सरकार मॉनीटरिंग कर रही है और इसके एक-एक पैसे के सही उपयोग के लिए ठोस कदम उठा रही है। जहां तक भ्रष्टïाचार रोकने का सवाल है तो हम ई-गर्वनेंस पर जोर दे रहे हैं। किसी स्कीम के हितग्राही के खातों में सीधी धनराशि भेजी जाए ताकि भ्रष्टïाचार की गुंजाइश ही न हो। साथ ही साथ सरकार द्वारा गठित निगरानी समिति भी पूरी तरह से तत्पर है कि भ्रष्टïाचार को रोका जा सके।
-लोकपाल विधेयक के बारे में आपकी क्या राय है?
एक मजबूत लोकपाल आना चाहिए ताकि भ्रष्टïाचार पर अंकुश लगाया जा सके। आज केवल मध्य प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में भ्रष्टïाचार को लेकर एक बहस सी चल रही है और मैं मानता हूं कि इसको रोकने के लिए कड़ा कदम उठाया जाए तभी जाकर इस समस्या से निजात मिल सकता है।
-कभी आपकी घोर विरोधी रही राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री रही उमा भारती के लिए आपने उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में जाकर वोट मांगा, कोई खास वजह?
ऐसा नहीं है कि उमा जी हमारी विरोधी रहीं और हम उमा जी के। उमा जी उत्तर प्रदेश में हमारी पार्टी से विधानसभा चुनाव लड़ रही हैं और हम उनके लिए वोट मांग रहे हैं।
-क्या आप प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार हैं?
नहीं, भाजपा में मुझसे काफी काबिल और अच्छे नेता हैं। मेरा काम मध्य प्रदेश का विकास करना है। राष्टï्रीय राजनीति में आने की कोई इच्छा नहीं है।
- प्रदेश के विकास को आप किस नजरिये से देखते हैं?
बीते वर्षों में विकास की दिशा में काफी काम हुआ है। साल 2003 में राज्य की विकास दर 0.67 प्रतिशत थी जो साल 2009 में बढ़कर 8.67 प्रतिशत हो गई। हमारे लिए यह गर्व की बात है कि पिछले तीन वर्षों में विकास की दर 9 प्रतिशत से अधिक रही है। विकास की हमारी अवधारणा समाज और सरकार की सहभागिता पर आधारित है। इसलिए प्रदेश का शासन-प्रशासन आम आदमी की खुशहाली और प्रगति के लिए प्रतिबद्घ है। हमने प्रदेश की विकास यात्रा में समाज के सभी वर्गों को शामिल किया है।
- लेकिन राज्य में बिजली की समस्या चिंताजनक है इसके बारे में आप क्या कहेंगे?
बिजली का उत्पादन अकेले प्रदेश सरकार के हाथ में नहीं है। केंद्र सरकार का पूरा सहयोग नहीं मिलना बिजली के उत्पादन में अवरोध पैदा करता है। मेरा मानना है कि विकास के कामों में राजनीति नहीं होनी चाहिए।
- राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह प्रदेश के पिछड़ेपन के लिए आपको जिम्मेवार ठहराते हैं, इस पर आपका क्या कहना है?
दिग्विजय सिंह की विश्वसनीयता खत्म हो चुकी है। उनकी बातों का कोई महत्व नहीं रहा है। जब वह राज्य के मुख्यमंत्री थे तब राज्य जितना पिछड़ा था, अब नहीं है। उनकी बातों का हमारे लिए कोई महत्व नहीं है।
- स्कूलों में सूर्य नमस्कार और छात्रों को गीता पढ़ाने को हिंदुत्व राजनीति को बढ़ावा देना और शिक्षा का भगवाकरण बताकर आलोचना की जा रही है?
इसके पीछे कोई राजनीतिक वजह नहीं है। हम तो सदियों से चली आ रही संस्कृति से आज की युवा पीढ़ी को जागरुक कर रहे हैं। सूर्य नमस्कार और गीता का पाठ कोई अनिवार्य विषय की तरह नहीं है। लेकिन हमारे इस अभियान को पूरी तरह से सफलता मिल रही है। अगर हमारे अभियान से लोग चुस्त-दुरुस्त हो रहे हैं तो इसमें भला किसी को क्या आपत्ति हो सकती है। हमारे मुस्लिम भाई भी इसका समर्थन कर रहे हैं।
- राज्य में आपने गाय की तस्करी रोकने के लिए जो कानून बनाया है उसे दमनकारी कानून कहा जा रहा है। इस पर आप क्या कहेंगे?
हमने कोई दमनकारी कानून नहीं बनाया है। गौ हमारी माता है और हमारी माता की हत्या हिंदू संस्कृति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जो लोग इस कानून को दमनकारी कहते हैं वे बिल्कुल ही गलत है।
- राज्य सरकार ने कृषि कैबिनेट की स्थापना की है इसका प्रमुख उद्देश्य क्या है?
कृषि कैबिनेट की स्थापना से किसान केंद्रित नीतियां बनाने और उनके क्रियान्वयन में गति आई है। इस साल अलग से कृषि बजट प्रस्तुत करने का ऐतिहासिक कदम भी उठाया जा रह है। फल और सब्जियों की फसल अब मंडी से बाहर प्रतियोगी दरों पर बेचने की अनुमति दे दी गई है। कृषि के मशीनीकरण, उद्यानिकी, पशु पालन, मछली पालन तथा अन्य संबंधित गतिविधयों को बढ़ावा दिया गया है। हमारी प्राथमिकता है कि प्रदेश के किसान योजनाओं से लाभान्वित हों और उनका विकास हो।
- राज्य सरकार की कई चर्चित योजनाओं पर दूसरे राज्य भी इस पर अमल करते हुए दिखाई पड़ रहे हैं। क्या इन योजनाओं का लाभ वास्तविक लोगों को मिल रहा है?
बिल्कुल मिल रहा है तभी तो सफल हो रही हैं। सरकार माताओं, बहनों और बेटियों के सामाजिक और आर्थिक स्तर में गुणात्मक सुधार के लिए प्रतिबद्घ है। बालिकाओं के संरक्षण और सम्मान तथा लिंग अनुपात के संतुलन को बनाये रखने के लिए बेटी बचाओ अभियान शुरू किया गया है। इस पहल को प्रदेश भर में व्यापक समर्थन मिल रहा है। लाडली लक्ष्मी, कन्यादान, उषा किरण, प्रतिभा किरण, गांव की बेटी, जननी सुरक्षा आदि योजनाओं के माध्यम से महिला सशक्तीकरण के संकल्प को पूरा किया जा है। इसके अलावा पंचायतों को सशक्त करने के लिए पंच परमेश्वर जैसी योजनाएं भी बेहद कारगर रही हैं।