ओमिक्रॉन के खतरों के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने मास्क लगाने में लापरवाही को लेकर दी चेतावनी; विशेषज्ञ बोले- डरें नहीं, सावधानी ही उपाय
कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के देश में अब तक 32 मामले सामने आ चुके हैं लेकिन किसी भी मरीज में गंभीर लक्षण नहीं है। लगातार स्वास्थ्य मंत्रालय और विशेषज्ञ इससे डरने के बजाय कोविड प्रोटोकाल का पालन करने की सलाह दे रहे हैं। अब तक पूरी दुनिया के 59 देशों में 2936 केस सामने आ चुके हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने मॉस्क के उपयोग में कमी और कोरोना प्रोटोकॉल की कोताही को लेकर एडवाइजरी जारी की है। नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने कहा, 'डब्ल्यूएचओ मॉस्क के उपयोग में आई कमी को लेकर चेतावनी जारी कर रहा है कि यह वेरिएंट ऑफ कंसर्न हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि हमें याद रखना होगा कि दोनों वैक्सीन की डोज और मॉस्क बेहद अहम हैं। जरुरत इस बात की है कि इससे डरने के बजाय सावधानी पर ध्यान दें।
स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने मीडिया ब्रीफिंग में बताया, 'देश में अब तक ओमिक्रॉन के मामलों में मामूली लक्षण हैं। ' उन्होंने बताया कि एक दिसंबर से 93 अंतरराष्ट्रीय यात्री कोविड पॉजिटिव पाए गए हैं। इसमें से 83 उन देशों से हैं जिन्हें ओमिक्रॉन के लिहाज से अत्यधिक जोखिम वाले देशों की श्रेणी में रखा गया है जबकि शेष अन्य देशों से हैं. 59 देशों में अब तक ओमिक्रॉन के केस रिपोर्ट हुए हैं।
कोरोना वॉरियर डॉक्टर अरूण कुमार ने बताया कि हमे ओमिक्रॉन से डरना नहीं हैं, बस पहले की तरह सावधानियां बरतनी है। सबको मास्क लगाना है और दूरी बनाए रखनी है। उन्होंने बताया कि 100 करोड़ लोगो ने जो वैक्सीन लगवाई हैं उससे भी काफी फायदा होगा और नए वेरिएंट से ज्यादा गंभीर रूप से संक्रमित होने की संभावना नहीं होगी। यूपी के बुलंदशहर जिले के सरकारी अस्पताल में तैनात डॉक्टर अरूण कुमार ने कोलोना काल में करीब नौ हजार लोगो की जान बचाई थी। इसके लिए राज्य सरकार ने उन्हें प्रोत्साहित किया था।