चीन में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 1600 के पार, 24 घंटे में 143 मरीजों ने दम तोड़ा
चीन में कोराना वायरस ने कहर मचाकर रख दिया है। इस बीमारी से मरने वालों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। अब इस वायरस से मरने वालों का आंकड़ा 1,631 के पार पहुंच गया है। सिर्फ शुक्रवार को ही या ये कहें कि 24 घंटे में इस बीमारी से चीन में 143 लोगों की मौत हुई है।
कोराना वायरस का केंद्र रहे हुबेई प्रांत में इस बीमारी ने 2420 नए लोगों को अपने चपेट में लिया है। चीन के नेशनल हेल्थ कमीशन के अधिकारियों ने कहा कि शुक्रवार को हुबेई प्रांत में इस बीमारी से 139 लोगों की मौत हुई है जबकि हेनान में 2 लोग इस वायरस की चपेट में आकर मरे। राजधानी बीजिंग में एक शख्स इस बीमारी की चपेट में आकर मर गया, वहीं चोंगचिंग में भी एक व्यक्ति की मौत हो गई है। इस तरह से सिर्फ शुक्रवार को 143 लोगों की मौत हो गई है, जबकि मौत का कुल आंकड़ा 1631 हो गया है।
67 हजार से अधिक लोग चीन में कोरोना वायरस की चपेट में
चीन से मिले ताजा आंकड़ों के मुताबिक, हुबेई प्रांत में अबतक इस जानलेवा बीमारी की चपेट में 54406 लोग आ चुके हैं। चीन में अबतक इस बीमारी की चपेट में 67 हजार 535 लोग आ चुके हैं। चीन से बाहर के 580 लोग इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं जबकि चीन के अलावा 3 देशों में कोराना वायरस की वजह से 3 लोगों की मौत हुई है। इनमें से एक फिलीपींस, एक हॉन्गकॉन्ग और एक जापान में के मरीज हैं।
नए अस्पताल में 1000 से ज्यादा मरीज भर्ती
चीन के वुहान में नवनिर्मित ह्वोशेनशान अस्पताल में भर्ती नोवेल कोरोना वायरस निमोनिया के मरीजों की संख्या एक हजार तक पहुंच गई है। कोरोना वायरस का प्रकोप शुरू होने के बाद चीन ने आनन-फानन में इस अस्पताल का निर्माण कराया था।
केरल में कोरोना वायरस सबसे पहले पॉजिटिव मामले आए सामने
कोरोना वायरस का कहर सबसे पहले भारत के केरल में देखा गया था। स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने दिए बयान में कहा कि अभी तक केरल से कोरोना वायरस के तीन पॉजिटिव मामलों का पता चला था। तीनों का चीन के वुहान की यात्रा करने का इतिहास रहा था। उन्होंने कहा कि इन तीनों लोगों को पृथक किया गया है और क्लीनिकल आधार पर उनकी स्थिति स्थिर बताई गई है। हर्षवर्धन ने बताया कि सरकार ने स्थिति पर निगरानी रखने के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री की अध्यक्षता में मंत्रियों का एक समूह बनाया जा चुका है।
जहाज डायमंड प्रिंसेस के चालक दल का एक और भारतीय सदस्य कोरोना वायरस से संक्रमित
जापान के तट पर खड़े क्रूज जहाज डायमंड प्रिंसेस के चालक दल का एक और भारतीय सदस्य कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है। इससे पहले इस जहाज पर दो भारतीय सदस्य इस वायरस से संक्रमित पाए गए थे। क्रूज पर 3,711 लोग सवार हैं। यह जहाज पिछले सप्ताह की शुरुआत में जापान के तट पर पहुंचा था। जहाज से हांगकांग में उतरने वाले एक यात्री के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि के बाद जापान ने क्रूज को तट पर ही रोक दिया है। जहाज पर कुल 1387 भारतीय मौजूद हैं, जिनमें यात्री और चालक दल के सदस्य शामिल हैं।
राष्ट्रपति को लिखा पत्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को एक पत्र लिखकर भारत की ओर से मदद की पेशकश की है। वहीं इसके अलावा पीएम मोदी ने जान-माल के नुकसान के लिए शोक भी व्यक्त किया है। साथ ही वायरस पीड़ित शहर हुबेई से भारतीय नागरिकों के निकालने के लिए चीनी सरकार के प्रयासों की सराहना भी की है।
प्रधानमंत्री मोदी खुद स्थिति पर बनाए हुए हैं नजर
कोरोना वायरस की दुनियाभर में बढ़ती दहशत के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि देशभर के एयरपोर्ट्स पर अब तक ढाई लाख से अधिक यात्रियों की स्क्रीनिंग हो चुकी है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस पर सरकार गंभीर है और पीएम मोदी खुद स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने कहा कि अभी तक चाइना में 48 हजार 206 मामले आए हैं। 1 हजार 310 लोगों की मौत हो चुकी है। 28 देश इसकी चपेट में है।
मदद के लिए अस्पतालों में तैनात किए गए रोबोट
चीन सरकार ने हुबेई प्रांत को छोड़कर देश के अन्य हिस्सों में कोरोना वायरस संक्रमण के ‘लगातार कम होने’ की बात शुक्रवार को रेखांकित की। इस बीच, चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने इस बीमारी के उपचार एवं रोकथाम के लिए कृत्रिम मेधा और क्लाउड कम्प्युटिंग जैसी डिजिटल तकनीकों की मदद लिए जाने की अपील की। वुहान के अस्पतालों में सामग्रियां पहुंचाने और अन्य कार्यों में मदद के लिए रोबोट तैनात किए गए हैं।
क्या है कोरोना वायरस
जानकारी के लिए बता दें डब्ल्यूएचओ के मुताबिक कोरोना वायरस सी- फूड से जुड़ा है। कोरोना वायरस विषाणुओं के परिवार का है और इससे लोग बीमार पड़ रहे हैं। यह वायरस ऊंट, बिल्ली तथा चमगादड़ सहित कई पशुओं में भी प्रवेश कर रहा है। खास स्थिति में पशु मनुष्यों को भी संक्रमित कर सकते हैं। इस वायरस का मानव से मानव संक्रमण वैश्विक स्तर पर कम है।