सिगरेट पीना छोड़ दें तो महिलाओं में ब्लैडर कैंसर का खतरा हो सकता है कम
महिलाओं में ब्लैडर कैंसर का खतरा कम किया जा सकता है, इसके लिए जरूरी है सिगरेट पीना छोड़ दें। इस खतरे से आगाह करने के लिए महिलाओं को हतोत्साहित किया जाना चाहिए और उन्हें इस तरह की सलाह देकर जागरूक करना जरूरी है।
अमेरिका के कैंसर प्रिवेंशन रिसर्च जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन में यह बात सामने आई है। अध्ययन बताता है कि सिगरेट छोड़ने के बाद पहले 10 सालों में कैंसर का खतरा कम हो जाता है और इसके बाद के सालों में इसमें लगतार कमी आती है।
अमेरिका की इंडियाना यूनिवर्सिटी के पीएचडी की एक छात्र यूयाओ ली ने अध्ययन में पाया है कि ब्लैडर कैंसर में सिगरेट पीना खासा जोखिम भरा है। 2019 में इसके करीब 4.6 फीसदी नए मामले सामने आए हैं। इस कैंसर में मौत का खतरा काफी रहता है। पुरुषों में ब्लैडर का कैंसर आम है लेकिन महिलाओं में इसके नतीजे काफी खराब रहते हैं।
143279 महिलाओं पर किया गया शोध
अध्ययन में सिगरेट पीना छोड़ने से पहले और और बाद में जांच की गई कि यह किस समय सामान्य रहता है। शोधकर्ताओं ने 143,279 महिलाओं का आंकड़ा लिया जिनसे यह पूछा गया था कि क्या उन्होंने कभी सिगरेट पी थी, उन्होंने कितनी बार सिगरेट और क्या वे अब सिगरेट पीना शुरू करने वाली हैं। इनमें 52.7 प्रतिशत महिलाएं कभी सिगरेट नहीं पाने वाली पाई गई तो 40.2 प्रतिशत को पहले से सिगरेट पीने वाली थी और 7.1 प्रतिशत मौजूदा समय में सिगरेट पीना शुरू करने वाली थीं।
हतोत्साहित करना जरूरी
शोध में ब्लैडर कैंसर के 870 मामलों की पहचान की गई। इसमें कभी न सिगरेट पीने वालों की तुलना में पूर्व में सिगरेट पीने में कैंसर का खतरा दोगुना था और अभी सिगरेट पीने वालों में तीन गुना था। नतीजे बताते हैं कि किसी भी उम्र की महिलाओं को धूम्रपान से हतोत्साहित किया जाना चाहिए और उन्हें इस तरह की सलाह दी जानी चाहिए ताकि कैंसर के खतरे को कम किया जा सके।