लैगिंग ब्लंडर्स
अब फैशन का मसला ऐसा नहीं रहा कि एक शहर में कोई नया चलन आएगा और दूसरे शहर तक पहुंचते-पहुंचते एक लंबा वक्त बीत जाएगा। अब तो कश्मीर से कन्याकुमारी तक एक तरह फैशन चल पड़ता है। सभी महिलाएं एक जैसे कपड़े पहनती हैं और लगभग एक जैसी लगती हैं। फैशन की इन दीवानियों को पता ही नहीं चलता कि कौन सा कपड़ा इनके लिए है और कौन सा नहीं। यदि इनके लिए यह नया चलन है भी तो इसके लिए सावधानी क्या रखना है। जरा गौर कीजिए।
. लैगिंग फिलहाल का सबसे बड़ा फैशन ब्लंडर है। ब्लंडर यानि ज्यादातर महिलाएं इसे लेकर गलती करती हैं।
. लैगिंग चुस्त चूड़ीदार है, जो नायलोन या किसी दूसरे तरह के खिंचने वाले कपड़े यानि स्ट्रेचेबल कपड़े से बना रहता है।
. चूंकि यह कपड़ा चुस्त रहता है इसलिए पैरों पर चिपक जाता है।
. चुस्त रहने की वजह से पैरों का आकार इसमें दिखाई देने लगता है।
. अब होता यह है कि यदि किसी महिला ने चुस्त चूड़ीदार पहना है तो जरूरी तौर पर उस पर लंबा कुर्ता, टीशर्ट या टॉप पहना जाना चाहिए।
. छोटे कुर्ते पहनने से शरीर का आकार दिखता है यह भद्दा लगता है।
. यदि किसी महिला के नितंब भारी है तो उसे अतिरिक्त रूप से यह सावधानी रखनी चाहिए। कृपया इसे स्त्री विरोधी बयान न मानें न ही इसे स्त्री स्वातंत्र्य से जोड़े।
. कोई भी अलग ढंग का कपड़ा पहनने के बाद एक बार आइने में जरूर देखें।
. कपड़ा पहनने के बाद किसी से राय जरूर लें कि यह कपड़ा कैसा लग रहा है। सामने से तो आइने में इसे देखा जा सकता है, लेकिन पीछे से कपड़ा पहनने पर कैसा लग रहा है यह भी जानना जरूरी है।
. अगर कुर्ते के साथ लैगिंग पहनी जा रही है तो एक अतिरिक्त सावधानी अंतर्वस्त्रों को लेकर रखनी चाहिए। कुर्ते की स्लिट यानि जहां से चाक खुलते हैं, वहा से पैंटी का इलास्टिक नहीं दिखना चाहिए। यदि ऐसा होता है तो आप फैशनेबल के बजाय फूहड़ ज्यादा कहलाएंगी।
. शरीर से चिपका हुआ कोई भी कपड़ा पहनने पर रेग्युलर पैंटी की बजाय साइकलिंग बॉक्सर पहनें।
. बेहतर है जो पहनें ठीक से पहनें। ऐसा न हो कि फैशनबल होने के चक्कर में आप पर फूहड़ होने का ठप्पा लग जाए।