हर तीसरा युवक मधुमेह और कैंसर के खतरे में: स्टडी
हाल ही में हुए एक अध्ययन में यह पता चला है कि दुनिया भर में हर तीन किशोरों में से एक को मधुमेह और कैंसर जैसी जीवन शैली से जुड़ी बीमारियों का खतरा है, जिसका मुख्य कारण कम फल और सब्जी का सेवन और सबसे प्रमुख जोखिम है कोई शारीरिक व्यायाम ना करना है। यह जर्नल जो प्रिवेंटिव मेडिसिन में प्रकाशित अध्ययन, किशोरों में गैर-संचारी रोगों (एनसीडी) के लिए प्रमुख जीवन शैली जोखिम कारकों का सबसे बड़ा वैश्विक शोध है।
89 देशों के 11-17 वर्ष के छात्रों पर हुआ शोध
ऑस्ट्रेलिया में क्वींसलैंड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के आंकड़ों की जांच की जिसमें 89 देशों के 11-17 वर्ष आयु वर्ग के 304,779 छात्रों ने भाग लिया। उन्होंने पाया कि 35 प्रतिशत किशोरों में तीन या अधिक जीवन शैली के जोखिम कारक थे। क्वींसलैंड विश्वविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर असद खान के अनुसार, कई जोखिम कारक खराब स्वास्थ्य की संभावना को बढ़ाते हैं।
10 में से सात लोगों की मौत होती है
खान ने कहा कि हर साल वैश्विक स्तर पर 10 में से सात लोगों की मौत होती है, जो एनसीडी, जैसे हृदय और पुरानी सांस संबंधी बीमारियां, टाइप 2 मधुमेह और कैंसर, खराब स्वास्थ्य और समय से पहले मौत के प्रमुख कारण हैं। उन्होंने कहा कि कम फल और सब्जी का सेवन, और शारीरिक निष्क्रियता किशोरों के बीच एनसीडी के लिए सबसे प्रमुख जीवन शैली जोखिम के कारक हैं(क्रमशः 86 प्रतिशत और 85 प्रतिशत)। शोधकर्ताओं ने कहा कुल मिलाकर लड़कों में लड़कियों के मुकाबले ज्यादा जीवन शैली के जोखिम कारक हैं।
अमेरिकी किशोरों में जोखिम ज्यादा
उन्होंने कहा कि अमेरिकी क्षेत्र के किशोरों में जोखिम कारकों की दर सबसे अधिक थी, पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र के 45 प्रतिशत की तुलना में 56 प्रतिशत अमेरिकी किशोरों में तीन अधिक जोखिम कारक पाए गए हैं। खान ने बताया कि पुरुषों में धूम्रपान, शराब, शारीरिक निष्क्रियता और नुकसानदेह आहार शामिल हैं, जबकि महिलाओं में शारीरिक निष्क्रियता, गतिहीन व्यवहार और खराब आहार मुख्य कारक हैं। उन्होंने कहा कि धूम्रपान और शराब सभी क्षेत्रों में दोनों लिंगों में एक साथ जोड़े गए थे।
प्राथमिक लक्षण अक्सर बचपन के दौरान ही दिख जाते हैं
खान ने कहा कि निष्कर्ष विशेष चिंता का विषय है, क्योंकि एनसीडी के प्राथमिक लक्षण अक्सर बचपन के दौरान ही प्रकट होते हैं। खान ने कहा किशोरावस्था के दौरान हासिल किए गए इन व्यवहारों में से कई वयस्कता में भी बने रहते हैं, और प्रत्येक अतिरिक्त जोखिम कारक के संपर्क में आने से खराब स्वास्थ्य और समय से पहले मौत का खतरा बढ़ जाता है।