पहला जत्था धारचुला से मानसरोवर रवाना
मानसरोवर यात्रा आज से शुरू हो गई है। यात्रा की नोडल एजेंसी कुमाउं मंडल विकास निगम के प्रबंध निदेशक धीरज गरबियाल ने बताया कि पहला जत्था 58 श्रद्धालुओं का है जिनमें 11 महिलाएं शामिल हैं। श्रद्धालुओं में केरल के 21 साल के श्रीनाथ सबसे कम उम्र के जबकि 70 साल के मधु पटेल सबसे ज्यादा उम्र के हैं। वह तीन बार यात्रा में पहले भी शरीक हो चुके हैं। पोरबंदर के अशोक राडिया 16वीं बार यह यात्रा करेंगे।
गरबियाल ने कहा कि उत्तराखंड के एक विधायक सुरेन्द्र जीना भी यात्रा में हिस्सा ले रहे हैं। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस जत्थे को कल दिल्ली से रवाना किया था। आज यह धारचुला आधार शिविर पहुंचा। श्रद्धालु 17,500 फुट ऊंचे लिपुलेख दर्रे को पार कर मौजूदा यात्रा मार्ग से होते हुए 20 जून को चीन के तिब्बत स्वायत्तशासी क्षेत्र में प्रवेश करेंगे।
मौजूदा यात्रा मार्ग से श्रद्धालुओं के 18 जत्थे कैलाश मानसरोवर पहुंचेंगे। हर जत्थे में 60 श्रद्धालु होंगे। इसके साथ ही, 50-50 श्रद्धालुओं पर आधारित पांच जत्थे नाथु ला के हिमालयी दर्रे से हो कर दूसरे यात्रा मार्ग से कैलाश मानसरोवर पहुंचेंगे। इससे श्रद्धालुओं को, खास कर बुजुर्ग श्रद्धालुओं को बस से आरामदेह यात्रा करने में मदद मिलेगी। सिक्की के मार्फत दूसरा यात्रा मार्ग खोलने की कवायद एक फरवरी को पूरा हो गई थी जब सुषमा स्वराज ने चीन की यात्रा की थी।