बिजली संबंधी दावे को लेकर पीयूष गोयल ने ट्वीट की दो साल पुरानी फोटो
आजादी के 70 साल बाद शनिवार को देश के हरेक गांव तक बिजली पहुंचने के दावे पर रेल मंत्री पीयूष गोयल ने रविवार को ट्वीट कर बधाई दी और इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया। केंद्रीय मंत्री ने अपने ट्वीट में दो तस्वीरें शेयर कर कहा कि हर जगह बिजली पहुंचने के बाद देश अब कुछ इस तरह से दिख रहा है। गोयल के इस ट्वीट पर लोगों ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया और बताया कि ये तस्वीरें दो साल पुरानी हैं।
दरअसल, अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने कुछ सालों की तस्वीरें जारी कर बताया था कि वर्ष 2012 से 2016 के बीच भारत में मानव बस्तियों में किस तरह से बदलाव आया है। नासा की ये दोनों ही तस्वीरें रात की हैं और बिजली की रोशनी से पूरा देश चमकता हुआ दिखाई दे रहा है। नासा ने बताया कि इन तस्वीरों को देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस तरह से शहरों का विकास हुआ और इस दौरान मानव बस्तियों के बसने का पैटर्न क्या रहा।
देश के हर गांव में बिजली पहुंचने के दावे पर पीयूष गोयल ने इन्हीं पुरानी तस्वीरों को ट्वीट कर लिखा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्णायक नेतृत्व में भारत ने अंतत: निर्धारित समय से पहले ही हरेक गांव को रोशन करने का लक्ष्य हासिल कर लिया है। भारत के अपने ग्रामीणों के जीवन से अंधेरे को मिटाकर हम नये और 'पावरफुल' भारत के निर्माण की दिशा में प्रतिबद्ध हैं।
पीयूष गोयल ने इस ट्वीट के साथ नासा द्वारा जारी फोटो शेयर कर कहा कि पहले का भारत और अब का भारत। पीयूष गोयल के इस ट्वीट के बाद लोगों ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया। एक यूजर ट्वीट किया, 'गोयल जी आपने जो तस्वीरें शेयर की हैं, वे पुरानी हैं और नासा ने इसे जारी किया था।' वहीं, कई यूजर्स ने कहा कि हरेक दिवाली पर यह तस्वीर देखने को मिलती है। कई लोगों ने उन्हें ट्रेनों को सही समय पर चलाने के लिए कहा जो इस समय काफी देरी से चल रही हैं।
बता दें, पीएम नरेंद्र मोदी ने आजादी के 70 साल बाद शनिवार को देश के सभी गांवों में बिजली पहुंचने का दावा किया। पीएम मोदी ने ट्वीट किया कि मणिपुर जिले के लेइसांग गांव समेत देश के ऐसे तमाम गांवों में बिजली पहुंच चुकी है, जो अब तक रोशनी से अछूते थे। अब यह गांव भी दूधिया रोशनी से नहा उठा है। वर्ष 2015 में गांवों को रोशन करने के लिए दीन दयाल ग्राम ज्योति योजना शुरू करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे ऐतिहासिक दिन करार दिया है।