अंबेडकर को एक पोस्टर में कूड़ा उठाते हुए दिखाने पर बवाल, पोस्टर हटाया गया
देश में स्वच्छ भारत का प्रचार काफी होता है। सरकार की तरफ से भी और दूसरे समूहों द्वारा भी। इसी के चलते लोगों को जागरूक करने के लिए दिल्ली रेलवे स्टेशन में एक पोस्टर लगाया गया, जिसे बाद में विवाद के चलते हटाना पड़ा।
एक बेहद चर्चित फोटो हम लोग देखते हैं, जो अक्सर डार्विन के सिद्दांत के साथ दिखती है। इसमें इंसान के विकास का क्रम दिखाया जाता है। इसी पर आधारित इस पोस्टर में सबसे विकसित आदमी के रूप में भीमराव अंबेडकर को दिखाया गया है। वे इस पोस्टर में कूड़ा उठाते दिख रहे हैं। पोस्टर अंत्योदय ग्रुप की तरफ से लगाया गया था। इसे एक समुदाय के अपमान से जोड़कर देखा गया। पोस्टर यह रहा-
इस पर ट्विटर पर तहसीन पूनावाला ने आपत्ति जताई। तहसीन पूनावाला का परिचय यह है कि वे राबर्ट वाड्रा के बहनोई हैं। उन्होंने रेल मंत्री सुरेश प्रभु को टैग करते हुए कहा कि इसमें बाबा साहब को क्यों दिखाया गया है, नरेंद्र मोदी को क्यों नहीं? इस मनुवादी अपमान भरे पोस्टर को हटाया जाए वरना हम हटा देंगे। पूनावाला ने यह भी कहा कि वॉलंटियर रेलवे स्टेशन पर मौजूद हैें और वे स्टेशन मास्टर से मिलेंगे।
Sir @sureshpprabhu why is my babsaheb shown in this manner & not @narendramodi ji. Sir end this manuvadi insult .. Volunteers at the station pic.twitter.com/XWID4wE1LJ
— Tehseen Poonawalla (@tehseenp) August 3, 2017
इससे पहले इसे बहुजन समाज पार्टी के मीडिया प्रतिनिधि देवाशीष जरारिया ने व्हाट्स एप पर प्रसारित किया था।
This BJP govt has gone to a new low level And this cannot be tolerated.
— Devashish Jarariya (@jarariya91) August 2, 2017
Such castist remark over baba saheb will get befitting reply pic.twitter.com/w4Wr6fmHs1
बाद में ये पोस्टर भी बसपा के ट्विटर अकांउट से भी ट्वीट किया गया।
Dear @DelhiPolice & @sureshpprabhu ji Pls look into this matter? This is unacceptable and also insulting of BR Ambedkar ji. Pls remove it. pic.twitter.com/m0HVp6m4ub
— Bahujan Samaj Party (@BspUp2017) August 3, 2017
बाद में कुछ दूसरे लोग भी इस पोस्टर के विरोध में उतर आए।
इसका एक पक्ष यह भी है कि यह पोस्टर एक सीरीज का हिस्सा है, जिसमें किसी असली या काल्पनिक प्रभावशाली व्यक्ति की तस्वीर लगा कर लोगों को जागरुक करने का प्रयास किया जाता है। इस सीरीज में महात्मा गांधी और बाहुबली को भी दिखाया जा चुका है।
विवाद बढ़ता देख, बाद में अंत्योदय ग्रुप की तरफ से पोस्टर हटा लेने की बात कही गई।
Antyodaya Group founder Sourav Panda Confirms to me that Babasaheb billboards have been pulled down. https://t.co/HvGsj9atau
— Ravikiran (@scribe_it) August 3, 2017