दिग्विजय ने कहा- ‘अकेला सलीम 53 श्रद्धालुओं को बचा ले गया, पूरी ट्रेन एक जुनैद को नहीं बचा सकी’
दरअसल, एमपी के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा, ‘अकेला सलीम 53 श्रद्धालुओं को बचा ले गया, पूरी ट्रेन एक जुनैद को न बचा सकी।’ हालांकि दिग्विजय को अपने इस ट्वीट के बाद लोगों की आलाोचना का शिकार होना पड़ा। इस मामले पर कई यूजर्स ने तो कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को लेकर भी ट्वीट्स किए।
अकेला सलीम 53 श्रद्धालुओं को बचा ले गया,पूरी ट्रेन एक जुनैद को ना बचा सखी।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 12, 2017
-सार्थक
एक यूजर ने राहुल गांधी को लेकर ट्वीट किया, ‘अकेला पप्पू कांग्रेस की सभी खाट लुटा आया, पूरी कांग्रेस मिलकर एक खाट भी न बची सकी।’ एक यूजर ने तस्वीर साझा करते हुए कहा, ‘यही वो खटिया है। जिसके लिए राहुल गांधी ने पूरी कांग्रेस की खाट खड़ी कर दी।’ हितेश गौर लिखते हैं, ‘एक जुनैद को मारने पर सारे हिंदू आतंकवादी हो गए। सात हिंदू मारने पर भी मुस्लिम आतंकवादी न हुए।’
अकेला #पप्पू काँग्रेस की सभी खाट लुटा आया,
पूरी काँग्रेस मिलकर 1 खाट भी ना बचा सकी।- सार्थक का फूफा pic.twitter.com/hS2sRRtsCH
— चौधरी साब #GST (@dcchoudhary197) July 12, 2017
कांग्रेस नेता दिग्विजय ने सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि अमरनाथ यात्रा हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक है। क्योंकि बूटा मलिक मुस्लिम गुर्जर ने अमरनाथ जी के शिव लिंग की खोज की थी। सिंह के इस ट्वीट के बाद भी कई यूजर्स ने इसपर अपनी नाराजगी जाहिर की है।
अमरनाथ यात्रा हिन्दू मुस्लिम एकता का प्रतीक है। बूटा मलिक मुस्लिम गुर्जर ने अमरनाथ जी के शिव लिंग की खोज की थी।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 12, 2017
दिग्विजय के इस ट्वीट के बाद एक यूजर ने लिखा, ‘बस में 2 ड्राइवर थे। सलीम और हर्ष देसाई। हर्ष ने जमकर आतंकियों की गोलियां खाईं। जबकि सलीम को खरोंच तक नहीं आई। फिर भी हिंदू-मुस्लिम भाई-भाई।’
और अमरनाथ यात्रा में मारे गए लोग ही हिन्दू है, और मारने वाले मुसलमान।
— तेज पाण्डेय (@TejbhushanP) July 12, 2017
कितनी अच्छी है हिन्दू-मुस्लिम एकता।
हिन्दू मुस्लिम भाई भाई तो,,?
40 हजार फ़ोर्स को यात्रियों की सुरक्षा मै क्यों लगाई,#भाई_भाई_घण्टा,