भगवा ब्रिगेड के निशाने पर राज्यसभा टीवी
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर कार्यक्रम के सीधे प्रसारण को लेकर आज राज्यसभा टीवी भाजपा व संघ समर्थकों के निशाने पर रहा। हालांकि, दिन भर राज्यसभा टीवी पर योग और योग दिवस से जुड़े कई कार्यक्रम दिखाए गए। लेकिन राज्यसभा टीवी पर योग दिवस को तवज्जो नहीं मिलने के आरोप ट्विटर पर खूब उछाले गए। रविवार सुबह 8.14 बजे दक्षिणपंथी पत्रकार स्वप्न दासगुप्ता ने ट्वीट किया, करदाताओं के पैसे से चलने वाले देश के एकमात्र वामपंथी चैनल राज्यसभा टीवी को छोड़कर सभी चैनल योग दिवस दिखा रहे हैं। उनके इस ट्वीट को भाजपा और संघ समर्थकों ने सोशल मीडिया पर खूब फैलाया और देखते ही देखते राज्य सभा टीवी ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा। आज कई लोगों ने राज्यसभा टीवी की एंकर आरफा खानम के उस ट्वीट को भी मुद्दा बनाने की कोशिश की जिसमें उन्होंने योग दिवस के दिन योग नहीं करने की बात कही थी।
राज्यसभा टीवी के सीईओ व एडिटर-इन-चीफ गुरदीप सिंह सप्पल ने चैनल पर योग दिवस के कार्यक्रम न दिखाए जाने की बात को सिरे से नकार दिया है। उन्होंने फेसबुक पर लिखा है, एक बार फिर RSTV के ख़िलाफ़ बेबुनियाद अफ़वाह - कि हमने योग दिवस का ब्लैक आउट किया। सरासर झूठ। आज राजपथ और योग कान्फ्रेंस से RSTV पर लाइव टेलिकास्ट रहा। साथ ही अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर RSTV पर योग पर तीन डाक्यूमेंट्री और आयुष पर स्पेशल रिपोर्ट भी प्रसारित हुईं। सप्पल ने राज्यसभा टीवी पर आज दिखाए गए योग से जुड़े कार्यक्रमों के लिंक भी शेयर किए हैं।
For those who missed it, link to PM's address on Yoga Day, carried Live on RSTV http://t.co/fAVySH6pk9
— Gurdeep Singh Sappal (@gurdeepsappal) June 21, 2015
राज्यसभा टीवी के सलाहकार व एंकर गिरीश निकम ने चैनल के खिलाफ किए जा रहे दुष्प्रचार पर एेतराज जताया है। उन्होंने ट्वीट किया, दुखद है कि स्वप्न दासगुप्ता जैसे वरिष्ठ पत्रकार इस प्रकार का झूठ प्रचारित कर रहे हैं। उन्होंने राज्यसभा टीवी पर योग के बारे में प्रसारित एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म का लिंक भी ट्वीट किया है।
I think everyone including those spreading falsehoods about @rajyasabhatv shud watch this documentary https://t.co/uQYpGWKU3D @swapan55
— girish nikam (@girish58) June 21, 2015
राम माधव को मांगनी पड़ी माफी
इस बीच, भाजपा के महासचिव राम माधव ने भी राज्य सभा टीवी पर योग दिवस के कार्यक्रम न दिखाए जाने और उपराष्ट्रपति की अनुपस्थिति पर सवाल उठाने की कोशिश की थी। लेकिन जल्द ही उन्हें अपनी भूल का अहसास हुआ और उन्होंने माफी मांगते हुए अपना ट्वीट वापस लिया।
यह पहला मौका नहीं है जब भाजपा और संघ समर्थन इंटरनेट पर राज्यसभा टीवी और उपराष्ट्रपति हामिद अंसादी पर निशाना साध रहे हैं। गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान भी उपराष्ट्रपति की सलामी के मुद्दा को तूल देने की कोशिश की गई थी। लेकिन तब भी राष्ट्रीय ध्वज से जुड़े नियमों के सामने उक्त आरोप टिक नहीं पाए। बीच-बीच में राज्यसभा टीवी के खिलाफ वित्तीय गड़बडि़यों के आरोप भी उछलते रहते हैं, लेकिन अभी तक ये आरोप साबित नहीं हुए हैं।