बुरे फंसे कपिल, मामला दर्ज होने के बाद वन विभाग ने किया कार्यालय का सर्वेक्षण
मुंबई के उपनगरीय गोरेगांव स्थित अपने फ्लैट में अवैध निर्माण के संबंध में कपिल शर्मा के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज कराने के साथ वन विभाग उनके वर्सोवा स्थित दफ्तर के आस-पास के क्षेत्र में फ्लैट मालिकों द्वारा किए गए उल्लंघनों की जांच को लेकर हरकत में आ गया। वन अधिकारियों ने कल शर्मा के कार्यालय का दौरा किया और इसके परिसरों एवं आस पास के इलाकों का सर्वेक्षण किया। सहायक वन संरक्षक मकरंद घोडके ने बताया, मुख्य वन संरक्षक से निर्देश मिलने के बाद हमारी टीम ने उस जगह का दौरा किया जहां से हमें शिकायतें मिली थीं। हमने पाया कि वहां न केवल शर्मा ने बल्कि 50-60 अन्य फ्लैट मालिकों ने भी नियमों का उल्लंघन किया है। घोडके ने बताया, वहां रहने वाले सभी निवासियों ने अपने निर्माण कार्य के दौरान मैंग्रोव को नुकसान पहुंचाया है और कई तब्दीलियां की हैं। हमने जीपीएस से रीडिंग ले ली है और इसके आधार पर एक या दो दिन में अंतिम रिपोर्ट निकाली जाएगी और अंतिम कार्रवाई के लिए इसे कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।
गोरेगांव उपनगर स्थित अपने फ्लैट में अवैध निर्माण के आरोप में यहां की ओशिवारा पुलिस ने कल शर्मा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के उपअभियंता अभय जगताप ने इस संबंध में ओशिवारा पुलिस थाना में शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शिकायत में जगताप ने आरोप लगाया कि शर्मा ने गोरेगांव में न्यू लिंक रोड पर स्थित डीएलएच एन्क्लेव में अपने फ्लैट के निर्माण कार्य के दौरान नियमों का उल्लंघन किया और उसमें अवैध निर्माण किया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि इसी शिकायत के आधार पर शर्मा के खिलाफ महाराष्ट्र प्रादेशिक नगर नियोजन अधिनियम एमआरटीपी) 1966 की धारा 53 (7) के तहत आरोप दर्ज किया गया।
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते बीएमसी के एक अधिकारी पर पांच लाख रूपये की रिश्वत मांगे जाने का आरोप लगाकर कपिल विवादों में घिर गए थे। उन्होंने दावा किया कि इसी कारण बदले की भावना से वर्सोवा में उनके कार्यालय तथा उपनगर गोरेगांव स्थित उनके अपार्टमेंट में निर्माण कार्य में नियम उल्लंघन का दावा किया जा रहा है। राज ठाकरे के नेतृत्व वाली एमएनएस ने भी चुप्पी साधने और भवन निर्माण के नियमों के उल्लंघन को लेकर शर्मा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। एमएनएस महासचिव शालिनी ठाकरे ने कहा कि समुचित कार्रवाई के लिए वे इस मुद्दे पर अगली कार्रवाई करने जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सेलिब्रिटी को विशेष सुविधा दी जाती है। इससे पहले शिवसेना कपिल को उनसे रिश्वत मांगने वाले का नाम जाहिर करने की चुनौती दे चुकी है। हालांकि
कांग्रेस नेता संजय निरूपम ने शर्मा के समर्थन में आते हुए कहा कि रिश्वत मामले से ध्यान भटकाने के लिए ही कलाकार को प्रताड़ित किया जा रहा है। बीते शुक्रवार को कपिल ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ट्वीट किया था और कहा था, नरेंद्र मोदी। पिछले पांच साल से मैं पांच करोड़ रूपये कर अदा कर रहा हूं और अब भी मुझे अपने दफ्तर के निर्माण कार्य के लिए बीएमसी कार्यालय को पांच लाख रूपये रिश्वत देनी पड़ती है। क्या ये हैं आपके अच्छे दिन।