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27 April 2025

पूर्व इसरो प्रमुख के कस्तूरीरंगन राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार, पीएम मोदी ने 'मन की बात' में किया जिक्र

पूर्व इसरो प्रमुख के कस्तूरीरंगन का 84 वर्ष की आयु में निधन हो गया, उनका रविवार को बेंगलुरु में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज "मन की बात" में उनके योगदान को सराह और उन्हें नमन किया। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात के 121वें एपिसोड में दिवंगत भारतीय वैज्ञानिक को श्रद्धांजलि दी।

अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, "विज्ञान, शिक्षा और भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। उनके नेतृत्व में इसरो को नई पहचान मिली। उनके मार्गदर्शन में आगे बढ़े अंतरिक्ष कार्यक्रमों ने भारत के प्रयासों को वैश्विक पहचान दिलाई। भारत आज जिन उपग्रहों का उपयोग करता है, उनमें से कई उनके मार्गदर्शन में ही प्रक्षेपित किए गए थे।"

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कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने रविवार को दूरदर्शी वैज्ञानिक को अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित की।

मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, "डॉ. कस्तूरीरंगन का निधन देश के लिए अपूरणीय क्षति है। वह एक प्रसिद्ध वैज्ञानिक थे। उन्होंने अंतरिक्ष के क्षेत्र में देश के लिए बहुत बड़ा योगदान दिया है। उन्होंने कर्नाटक के लिए बहुत योगदान दिया है। उन्हें याद रखना राज्य सरकार का कर्तव्य है।"

इस बीच, कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने भी पूर्व इसरो प्रमुख के निधन पर दुख व्यक्त किया और कहा कि वह एक महान विद्वान थे और उन्होंने अंतरिक्ष अनुसंधान और अंतरिक्ष परियोजनाओं को आकार देने में प्रमुख भूमिका निभाई।

गहलोत ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "वह एक महान वैज्ञानिक, महान विद्वान थे। इसरो के अध्यक्ष के रूप में उन्होंने अंतरिक्ष अनुसंधान और अंतरिक्ष परियोजनाओं को आकार देने में प्रमुख भूमिका निभाई। उन्होंने दो संस्थानों में कुलपति के रूप में भी काम किया। मुझे कई कार्यक्रमों में उनसे मिलने और उनका आशीर्वाद लेने का अवसर मिला। मैं उन्हें अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि शोक संतप्त परिवार को यह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।"

इसरो के पूर्व अध्यक्ष के. सिवन ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि कस्तूरीरंगन ने अंतरिक्ष कार्यक्रमों के अलावा राष्ट्रीय कार्यक्रमों में भी योगदान दिया।

सिवन ने एएनआई से बात करते हुए कहा, "यह देश के लिए बहुत बड़ी क्षति है। उन्होंने न केवल अंतरिक्ष कार्यक्रम में बल्कि अन्य राष्ट्रीय कार्यक्रमों में भी योगदान दिया है। उनके नेतृत्व में पीएसएलवी, जीएसएलवी और कई उपग्रहों को लॉन्च किया गया। मैं शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं..."

इसरो के पूर्व अध्यक्ष कृष्णस्वामी कस्तूरीरंगन का 25 अप्रैल को 84 वर्ष की आयु में बेंगलुरु में निधन हो गया। 

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TAGS: Former ISRO chief Kasturirangan, mann ki baat, pm narendra modi
OUTLOOK 27 April, 2025
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