मंगल मिशन के लिए नासा का पहला पैराशूट परीक्षण सफल
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने आवाज की गति से तेज चलने वाले (सुपरसॉनिक) पैराशूट का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। इसका इस्तेमाल वह 2020 के अपने मंगल मिशन के दौरान करेगा। यह मिशन 5.4 किलोमीटर प्रति सेकेंड की गति से मंगल के वातावरण में प्रवेश करने वाले अंतरिक्षयान की गति को धीमा कर सकने वाले एक खास तरह के पैराशूट पर निर्भर होगा।
मिशन के लिए की जा रही तैयारियों को पहली बार एक वीडियो के जरिए दिखाया गया है, जिसमें पैराशूट को आवाज की गति से भी तेज गति से खुलते हुए देखा जा सकता है। मंगल 2020 मिशन के तहत वहां मौजूद प्रमाणों की जांच कर मंगल ग्रह पर प्राचीन जीवन के संकेतों की खोज करने का प्रयास किया जाएगा।
मिशन की पैराशूट परीक्षण श्रृंखला- एडवांसड सुपरसॉनिक पैराशूट इंफ्लेशन रिसर्च एक्सपेरिमंट (एस्पायर) पिछले महीने अमेरिका की नासा गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर से एक रॉकेट प्रक्षेपण और ऊपरी वायुमंडल विमान प्रक्षेपण के साथ शुरू हुई। लॉंचिंग के 35 मिनट बाद अटलांटिक सागर में पैराशूट उतरा। अगला परीक्षण फरवरी 2018 में होगा। नासा के जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी के इयान क्लार्क ने परीक्षण के नतीजों पर संतोष जताया है।