गधों को जेल भेजने वाली यूपी पुलिस अब कुत्ते के मालिक का पता लगाने में जुटी
कुछ समय पहले गधों को हवालात की हवा खिलाने को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस चर्चा में थी। अब वह एक कुत्ते पर दावेदारी का मामला सुलझाने में जुटी है। मामला बदायूं के सिविल लाइंस थाना क्षेत्र का है। दो पक्ष पालतू कुत्ते पर अपना-अपना दावा करते हुए पुलिस के पास पहुंच गए। पुलिस ने बताया कि दो दावेदार कुत्ते को अपना बता रहे थे। जब मामला काफी देर तक नहीं सुलझा तो पुलिस ने कुत्ते को अपने कब्जे में ले लिया और अब असली दावेदार का पता लगाने के लिए जांच कर रही है।
पुलिस के अनुसार सिविल लाइंस क्षेत्र के महाराजगंज मोहल्ले में एक दावेदार ने दो महीने पहले गायब हुए अपने लेब्राडोर प्रजाति के कुत्ते को पड़ोसी की छत पर देखा तो कुत्ते पर दावा करते हुए वह पड़ोसी से उलझ गया। मामला नहीं सुलझा तो दोनों कुत्ते को लेकर थाने पहुंच गए। एक दावेदार ने बताया कि दीपावली के आसपास वह लेब्राडोर प्रजाति का एक कुत्ता बरेली से लेकर आए थे, लेकिन थोड़े दिनों बाद उनका कुत्ता घर से बाहर निकला और फिर घर नहीं लौटा। गुरुवार को उन्होंने पड़ोसी की छत पर अपने कुत्ते को देखा और जब उन्होंने अपना दावा किया तो पड़ोसी ने अपना हक जताते हुए कुत्ता देने से इनकार कर दिया।
थाना प्रभारी देवेश कुमार सिंह ने बताया कि फिलहाल कुत्ते को थाने में रखा गया है और जांच पूरी होने तक कुत्ता पुलिस के पास रहेगा। उन्होंने बताया कि कुत्ते के असली दावेदार का पता लगाने के लिए पुलिस अब मामले की जांच में जुट गई है। इससे पहले नवंबर में यूपी के जालौन जिले में गधों को गिरफ्तार करने और फिर जमानत पर रिहा करने का मामला सामने आया था। 2014 में यूपी के तत्कालीन मंत्री आजम खान की भैंस ढूंढने को लेकर भी पुलिस काफी चर्चा में रही थी।