बंगाल विवाद में अब गुजरात की एंट्री, दीदी के साथ ही ऐसा क्यों किया, कांग्रेसी नेता का सवाल
पश्चिम बंगाल में शुक्रवार को यास तूफान को लेकर समीक्षा बैठक में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी को बुलाने पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के आपत्ति जताने के बाद अब दूसरे राज्यों में विपक्षी दल भी सवाल उठा रहे हैं। गुजरात में कांग्रेस के नेता भरत सिंह सोलंकी ने शुक्रवार रात को ही ट्वीट किया, “अच्छी बात है कि प्रधानमंत्री ने पश्चिम बंगाल में यास तूफान पर चर्चा के लिए विपक्ष के नेता को बुलाया। मुझे आश्चर्य इस बात पर है कि हाल ही ताउते तूफान के बाद प्रधानमंत्री अपने ही राज्य गुजरात में विपक्ष के नेता को बुलाना भूल गए।”
प्रधानमंत्री की समीक्षा बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नहीं गईं। इस पर भारतीय जनता पार्टी के केंद्र और राज्य स्तर के अनेक नेताओं ने ट्वीट पर ममता की आलोचना की। हालांकि सोलंकी के इस ट्वीट का किसी भाजपा नेता ने जवाब नहीं दिया है। गुजरात के तूफान प्रभावित इलाकों का दौरा करने के बाद प्रधानमंत्री ने राज्य के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के साथ बैठक की थी। इधर, ममता का कहना है कि वे अलग से प्रधानमंत्री से मिलीं और उन्हें राज्य की मांगों का ब्योरा दिया। इसके बाद वे प्रधानमंत्री की अनुमति लेकर ही दीघा में पूर्वनिर्धारत कार्यक्रम में हिस्सा लेने गईं।
सोलंकी से पहले बिहार में राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने भी ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा, “अच्छी बात है कि प्रधानमंत्री ने यास तूफान पर चर्चा के लिए पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता को भी बुलाया। मुझे उम्मीद है कि इस प्रथा का पालन वहां भी किया जाएगा, जहां विपक्ष का नेता भाजपा का नहीं है, जैसा कि बिहार में।”