गठबंधन के विधायकों ने दिखाई एकजुटता, सीएम हेमंत बोले- मैं इस्तीफा देने नहीं जा रहा
तमाम उहापोह और कयासों के बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास पर सरकार में शामिल गठबंधन दलों के मंत्रियों, विधायकों की बैठ में विधायकों ने पूरी तरह एकजुटता दिखाई। करीब 45 मिनट तक चली बैठक में राज्य के ताजा राजनीतिक हालात पर विशेष रूप से चर्चा हुई। ताजा राजनीतिक हालात और पूरे घटनाक्रम पर मुख्यमंत्री ने अपनी बात रखते हुए सभी को इससे अवगत कराया। इस मौके पर सभी विधायकों ने मुख्यमंत्री के प्रति अपना पूरा विश्वास जताया।
उन्होंने कहा कि वे हमेशा उनके साथ हैं और आगे भी बने रहेंगे। किसी भी तरह की स्थिति में वे सभी पूरी तरह एकजुट हैं और मुख्यमंत्री और राज्य सरकार के खिलाफ किसी भी तरह की साजिश को सफल नहीं होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य सरकार विकास और जनहित में लगातार कार्य कर रही है और यह निरंतर जारी रहेगा। हेमंत सोरेन ने विधायकों से कहा कि हर स्थिति और साजिश का मुकाबला किया जाएगा। मैं इस्तीफा देने नहीं जा रहा। मीडिया और अखबार की खबरों को गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है। विधायकों को तत्काल रांची में ही रहने को कहा गया है।
बैठक में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर के शामिल न होने से चर्चाओं का दौर चलता रहा। बैठक में शामिल कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि स्थिति बिल्कुल ठीक है। राज्य की वर्तमान स्थिति पर चर्चा हुई है। हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार अपने पांच साल के कार्यकाल पूरा करेगी। हेमंत सरकार में मंत्री मिथलेश ठाकुर ने बैठक के बाद कहा कि हेमंत सोरेन हमारे सर्वमान्य नेता हैं, रहेंगे। शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि सरकार में सबकुछ ठीक ठाक है।
रामगढ़ विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि विपक्ष साजिश कर रहा है जिसे जनता देख रही है। समय पर हम विपक्ष को मुंहतोड़ जवाब देगे। बैठक में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सह समन्वय समिति के सदस्य राजेश ठाकुर और नए प्रदेश कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर के शामिल नहीं होने से चर्चाओं का बाजार गर्म रहा। माना जा रहा है कि इसकी वजह नेतृत्व परिवर्तन की स्थिति में सरकार में और अधिक हिस्सेदारी के लिए दबाव की गुंजाइश बनी रहे।